भोपाल। उत्तर प्रदेश में समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी के पेपर (UP RO/ARO Paper Leak) भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुए थे। 10 लाख रुपए के लालच में इंजीनियर सुनील रघुवंशी ने पेपर को लीक किया था। यूपी एसटीएफ के मुताबिक ने पेपर को मशीनों के पार्ट्स में छिपाकर बाहर निकाला गया था। इसके लिए इंजीनियर सुनील रघुवंशी को 10 लाख रुपये मिले थे। इस मामले में एसटीएफ ने यूपी-बिहार और एमपी के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
10 लाख रुपए लेकर लीक किया पर्चा
सुनील रघुवंशी ने एसटीएफ की पूछताछ में बताया कि 10 लाख रुपए लेकर उसने पर्चा लीक (UP RO/ARO Paper Leak) किया था। पहले प्रिंटिंग मशीन के पार्ट्स में खराबी बताकर एक पुर्जे को निकाला, जिसे रिपेयर कराने के लिए बाहर ले जाना था। उसके बाद पुर्जे को एक बॉक्स में रखा, उसी में पेपर भी रख लिया था।
तीन राज्यों के 6 आरोपी गिरफ्तार
इस मामले में यूपी एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें मध्य प्रदेश से भोपाल निवासी सुनील रघुवंशी, बिहार का मधुबनी निवासी सुभाष प्रकाश, यूपी के प्रयागराज निवासी विशाल दुबे, प्रयागराज निवासी संदीप पाण्डेय, बिहार के गया का रहने वाला अमरजीत शर्मा और यूपी के बलिया का निवासी विवेक उपाध्याय शामिल हैं।
3 फरवरी को बाहर लाया गया पेपर
यूपी एसटीएफ के मुताबिक पेपर 3 फरवरी को प्रिंटिंग प्रेस से बाहर लाया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि राजीव नयन मिश्रा, विशाल दुबे और सुभाष प्रकाश ने इस प्रश्र पत्र को आऊट कराने के लिए सुनील रघुवंशी को तैयार किया था। उसके बाद सुनील ने प्रश्न पत्र को उपलब्ध कराने के लिए 10 लाख रुपए की मांग की थी।
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अभ्यर्थियों को पेपर भोपाल में ही अपने सामने पढ़वाए जाने की शर्त भी रखी, जिसको लेकर राजीव नयन मिश्रा, विशाल दुबे और सुभाष प्रकाश तैयार भी हो गए।