राजधानी से यूनियन कार्बाइड का 337 टन कचरा पीथमपुर पहुंच चुका है। पीथमपुर की रामकी कंपनी में 250 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। कचरे को बड़ी मात्रा में जलाने से पहले उसे कम मा6 में जलाकर रिपोर्ट न्यायालय में प्रस्तुत की जाएगी। वहीं कचरे को जलाने और उससे होने वाले प्रदूषण से जुड़े कई सवाल जनता के मन में थे। इन सभी सवालों के जवाब सीएम डॉ मेहन यादव ने प्रेस कॉंन्फ्रेंस कर दिए हैं।
यूनियन कार्बाइड के कचरे का होगा निष्पादन
यूनियन कार्बाइड के कचरे के निष्पादन पर सीएम डॉ मोहन यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सीएम ने बताया कि सरकार ने संवेदनशीलता के साथ निर्णय लेकर राजधानी के 358 टन कचरे को हटाया। कचरे का गहन परीक्षण किया गया। सीएम ने भोपाल गैस त्रासदी का जिक्र करते हुए कहा कि जिस दिन वह दर्दनाक घटना हुई मैं भोपाल में ही था। हमारी सरकार ने पूरी संवेदनशीलता के साथ जहरीले कचरे के निष्पादन का फैसला लिया ।
यूनियन कार्बाइड निष्पादन से नहीं होगा नुकसान
सीएम मोहन ने आगे कचरे से जुड़ी सभी आशंकाओं की बात की। वह कहते हैं कचरे को लेकर कई तरह की आशंका हैं, भारत सरकार की कई संस्थाओं द्वारा कचरे का परीक्षण किया गया। इस मुद्दे का राजनीतीकरण नहीं होना चाहिए।कचरे के निष्पादन से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा। राख का निष्पादन भी होगा। वहीं इससे पानी दूषित होने का सवाल नहीं
कांग्रेस पर साधा निशाना
सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मुद्दे का राजनीतीकरण नहीं होना चाहिए।सीएम मोहन ने बताया कि मंत्री कैलाश विजयवर्गीय स्थानीय प्रतिनिधि की शंकाओं को लेकर बातचीत कर रहे। वह आगे कहते हैं कि कांग्रेस के शासन काल में फैक्ट्री चल रही थी। कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में कुछ नहीं किया। सीएम ने कांग्रेस पर दो मुंही बातें करने का भी आरोप लगाया है।