डिंडोरी, भीमशंकर साहू । डिंडोरी में आदिवासी और हरिजन वर्ग के छात्र छात्राओं की छात्रवृत्ति घोटाले के आरोप में तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके के विरुद्ध कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

जानिए क्या है पूरा मामला

गौरतलब है कि वर्ष 2019से 2021 में सहायक आयुक्त के पद पर डिंडोरी में पदस्थ रहने के दौरान अमर सिंह उइके द्वारा बड़ी अनियमितता को अंजाम दिया गया था। उनके द्वारा आदिवासी और हरिजन वर्ग के छात्र छात्राओं की छात्रवृत्ति का आपस में मिलकर बंदरवाट कर लिया गया था।

कलेक्टर का सख्त एक्शन

इस मामले में कलेक्टर विकास मिश्रा के सख्त निर्देश के बाद वर्तमान सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला सहित अन्य कर्मचारियों की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। आरोपित अमर सिंह सहित अन्य के विरुद्ध धारा 420,409,34 के तहत मामला दर्ज हुआ है।

अमर सिंह वर्तमान में सिवनी जिले में सहायक आयुक्त के पद पदस्थ हैं। सिवनी कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों की माने तो मामला दर्ज होने की सूचना के बाद से ही वे मौके से फरार हो गए हैं। पुलिस ने बताया कि इस मामले में विस्तृत जांच कर आरोपितों की संख्या और बढ़ेगी

कोरोना काल में की करोड़ों की हेराफेरी

गौरतलब है कि कोरोना संकट के दौरान वर्ष 2019 से जनवरी 2021 के बीच अमरसिंह उइके ने लगभग ढाई करोड़ से अधिक की राशि जो जांच में सामने आ चुकी है,उसका गबन किया है।
छात्रवृत्ति की राशि कार्यालय के कर्मचारियों सहित चहेती फर्मो के खाते में डालकर मनमानी की गई। पुलिस की विस्तृत जांच में घोटाले की राशि 5 करोड़ से अधिक बढ़ सकती है। मामला लंबे समय से ठंडे बस्ते में था।

दर्ज हुई एफआईआर 26 फरवरी को सुनवाई

लोकायुक्त भोपाल द्वारा मामले को संज्ञान में लेने के बाद कलेक्टर विकास मिश्रा ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए सख्त निर्देश देकर आरोपित की विरुद्ध मामला दर्ज कराया है। लोकायुक्त भोपाल ने कलेक्टर डिंडोरी को अमरसिंह उइके के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराकर 26फरवरी को उपस्थित होने के निर्देश जारी किए हैं।