लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए विजयपुर विधायक रामनिवास रावत को आखिरकार विभाग मिल ही गया। प्रदेश की मोहन सरकार में रावत को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। अमरवाड़ा उपचुनाव से एक दिन पहले ही रावत ने मंत्री पद की शपथ ली थी।(Rawat’s Responsibility)
नागर सिंह चौहान के पास था वन मंत्रालय
बता दें कि, मोहन यादव कैबिनेट में अभी वन एवं पर्यावरण मंत्रालय अलीराजपुर से विधायक नागर सिंह चौहान के पास था। नागर सिंह चौहान वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के साथ-साथ अनुसूचित जाति एवं कल्याण विभाग भी संभाल रहे थे। वन मंत्रालय उनसे वापस लेकर राम निवास रावत को सौंपा गया है।(Rawat’s Responsibility)
2023 में 6 वीं बार विधायक बने रामनिवास रावत
रामनिवास रावत ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर की थी। 2023 के चुनाव में रावत श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से 6वीं बार विधायक निर्वाचित हुए थे, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले मन बदला तो कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए।(Rawat’s Responsibility)
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कांग्रेस में रहते लगाया था उपेक्षा का आरोप
दरअसल, बीजेपी ज्वाइन करने के बाद रामनिवास रावत ने पार्टी में उपेक्षा का आरोप लगाया था। दरअसल, वह कांग्रेस के सीनियर विधायकों में शामिल थे, लेकिन पार्टी ने युवाओं को आगे बढ़ाते हुए नेता प्रतिपक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष जैसे अहम पद जूनियर विधायकों को सौंप दिया, जिससे वह नाराज माने जा रहे थे। (Rawat’s Responsibility)