रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। गुरुवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 5 संभागों में थाने का घेराव किया। इस दौरान सभी ने राहुल गांधी पर एफआईआर दर्ज की। हालांकि एफआईआर केवल रायपुर में ही दर्ज हुई। यहां के सिविल लाइन थाने में बीजेपी नेता सिख समुदाय के लोगों के साथ पहुंचे थे। (Rahul Gandhi controversial statement)
बड़ी संख्या में जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचे लोग, सीएम ने अधिकारियों को दिए समस्या के समाधान के निर्देश
5 जिला इकाइयों ने की शिकायत
बीजेपी की दुर्ग, रायपुर, जगदलपुर, बिलासपुर और सरगुजा जिला इकाईयों की ओर से थाने में शिकायत दी गईं। ये शिकायतें राहुल के अमेरिका दौरे के दौरान दिए गए बयानों को लेकर दी गईं। बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस नेता इन दिनों जिस प्रकार की भाषा बोल रहे हैं, वह देश में जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के आधार पर विभाजनकारी मानसिकता की परिचायक है और वह विश्व पटल पर भारत की छवि को धूमिल करने वाली है। (Rahul Gandhi controversial statement)
रायपुर जिला भाजपा के पदाधिकारियों ने जिला अध्यक्ष जयंती पटेल के नेतृत्व में सिविल लाइन थाना पहुंचकर शिकायत दी। जिसमें कहा है कि राहुल गांधी ने अपने अमेरिका दौरे के दौरान वहां मौजूद भारत विरोधी व्यक्तियों के साथ मिलकर देश को बदनाम करने की मकसद से सिख समुदाय के पगड़ी और कड़ा पहनने पर दुर्भावनापूर्वक बात कही। इससे भारत के सिख समाज समेत सभी सनातन प्रेमियों को चोट पहुंची है।
पटेल ने कहा कि राहुल के इस बयान से मेरी भी भावनाएं आहत हुई हैं। इसी तरह राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष रहते हुए भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त लोगों के साथ मिलकर फोटो खिंचवाई है। जिससे यह साफ नजर आता है कि वे भारत की एकता-अखंडता को नुकसान पहुंचाने की नीयत से अलगाववादियों और आतंकी गतिविधि वाले व्यक्तियों का समर्थन कर रहे हैं।
क्या था राहुल का बयान?
राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा था कि भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी, कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं? क्या वे गुरुद्वारे जा सकेंगे? ये चिंता सिर्फ सिखों की नहीं बल्कि सभी धर्मों के लिए है।
उन्होंने कहा था कि देश सबका है ये BJP नहीं मानती। BJP इस बात को समझ नहीं रही है कि यह देश सबका है। भारत एक संघ है। संविधान में साफ लिखा है। जिसमें विभिन्न इतिहास, परंपराएं, संगीत और नृत्य शामिल हैं। जबकि बीजेपी इसे संघ नहीं मानती है।