रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur) से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां डॉक्टरों की लापरवाही ने दो मासूमों की जान ले ली है। घटना शहर के उरला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की है। जहां डिलीवरी के दौरान दो नवजात बच्चों की मौत हो गई। मामले में शासन ने कड़ा एक्शन लेते हुए दोनों दोषी डॉक्टरों में से एक को बर्खास्त जबकि दूसरे को सस्पेंड कर दिया है।
दरअसल, बच्चों की मौत के बाद उनके परिजनों ने अस्पताल (Raipur) में जमकर हंगामा किया था। जिसके बाद की गई तीन सदस्यीय जांच टीम ने अपनी पड़ताल में इन्हें दोषी पाया है। स्वास्थ्य केंद्र में संविदा डॉक्टर पूनम सरकार से जांच दल ने करीब 5 घंटे तक पूछताछ की। जिसमें पाया गया कि डिलीवरी के समय डॉक्टर पूनम ने प्रोटोकॉल का सही तरीके से पालन नहीं किया। जिस वजह उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया।
इसी तरह प्रभारी मेडिकल ऑफिसर डॉ. सुनील साहू की ओर से भी मामले में घोर लापरवाही बरती गई। जिसके चलते उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।
बच्चे और परिजन को अस्पताल लाने वाली मितानिन साहू ने बताया कि घटना सोमवार (1 जुलाई) शाम की थी। उरला के रहने वाले संतोष साहू ने अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था। शाम के समय अचानक से उनकी पत्नी के पेट में तेज दर्द हुआ। जिसके बाद डॉ. पूनम सरकार जांच के लिए पहुंची।
बताया जा रहा है कि डिलीवरी के दौरान बच्चे का सिर बाहर आ गया था। लेकिन नर्सिंग स्टॉफ के साथ आपसी झगड़े चलते डॉक्टर ने उन्हें नहीं बुलाया। बच्चा करीब दो घंटे तक अंदर फंसा रहा, जिसके बाद उसकी सांस रुकने से मौत हो गई। वहीं दूसरा मामले में भी एक नवजात की मौत हो गई। जिसकी वजह डॉक्टर की ओर से ऑपरेशन में हुई देरी थी।
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