बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलवाद के खिलाफ सिक्योरिटी फोर्स के जारी अभियान से बौखलाए नक्सलियों ने एक बार फिर कायराना करतूत को अंजाम दिया है। नक्सलियों ने जिले में एक आंगनवाड़ी सहायिका को उसके घर में घुसकर मार डाला है। घर में महिला का बेटा भी था, माओवादियों ने उसके सामने ही पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाकर उसकी जान ले ली। यह पिछले तीन दिनों में माओवादियों द्वारा मुखबिरी के शक में की गई तीसरी हत्या है। इससे पहले बीजापुर में ही नक्सलियों ने सत्ताधारी दल बीजेपी से जुड़ने और पुलिस की मुखबिरी करने के आरोप में दो पूर्व सरपंचों का मर्डर कर दिया था। (Bijapur News)
शव के पास फेंका पर्चा
मिली जानकारी के मुताबिक, आंगनबाड़ी सहायिका का नाम लक्ष्मी पदम है। वह जिले के तिम्मापुर गांव की रहने वाली थी। शुक्रवार देर रात सादे कपड़ों में नक्सली महिला के घर पहुंचे और उसे पीटने लगे। इस दौरान घर में महिला का बेटा भी था, उसे भी पीटा गया। इसके बाद नक्सलियों ने महिला को धारदार हथियार से वारकर मार डाला। (Bijapur News)
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हत्या के बाद नक्सलियों ने शव के पास एक पर्चा भी फेंका, जिसमें भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने महिला की हत्या की जिम्मेदारी ली है। इस पर्चे में लिखा है कि इसे पहले भी समझाइश दी गई थी लेकिन ये मानी नहीं। यह पुलिस से लगातार संपर्क में थी। उन्हें सूचना देने का काम करती थी। इसलिए मौत की सजा दी गई है।
एक किमी दूरी पर है फोर्स का कैंप
जिस जगह महिला की हत्या हुई है वहां से केवल एक किमी की दूरी पर ही सिक्योरिटी फोर्स का कैंप है। वहीं सूचना मिलने पर पुलिस वारदात वाली जगह पर पहुंची। बताया जा रहा है कि पुलिस ने गांव पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।