भोपाल,प्रखर जैन। विधानसभा चुनाव के बाद से लगातार मची उठापटक के बाद अब लगातार मध्यप्रदेश में कॉंग्रेस पार्टी में खींचतान दिखाई दे रही है। ऐसे में लोकसभा चुनाव प्रचार के बीच सामने आती कॉंग्रेस पार्टी की तस्वीरें एक बड़े सवाल को जन्म दे रही हैं की क्या मध्यप्रदेश में काँग्रेस पार्टी का हाल बदहाल है? देखिए रिपोर्ट…
– मध्यप्रदेश में बदहाल काँग्रेस पार्टी के हाल
– पुराने नेता छोड़ रहे पार्टी का मुश्किल वक्त में साथ
– काँग्रेस की सभा में लगे पोस्टर पर बीजेपी प्रत्याशी के फोटो
– पार्टी के सुप्रीम लीडर राहुल गांधी के दौरे का भी हुआ मिस मैनेजमेंट
मध्यप्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के बाद काँग्रेस पार्टी में लगातार उठापटक मची हुई है। खासकर पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन के बाद हुए पीडहईऊ परिवर्तन के बाद से ये उठापटक का सिलसिला और भी बढ़ा, और लोकसभा चुनाव आते आते तक ये सवाल भी अब खड़े होने लगे की आखिर क्यों देश की सबसे पुरानी और सबसे अज़ीम पार्टी का हाल इस समय बदहाल है। एक तरफ पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े करते हुए पार्टी के पुराने सिपहेसल्हार छोड़ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, तो वहीं अब पार्टी का कुप्रबंधन भी सामने दिखाई देने लगा है। दरअसल मौका था पार्टी के सबसे बड़े चेहरे राहुल गांधी के मध्यप्रदेश दौरे का। मंडला में राहुल की सभा का आयोजन लोकसभा प्रत्याशी ओंकार सिंह मरकाम के समर्थन में रखी गई थी। राहुल की सभा से ज्यादा मजमा बटोरा मंच पर लगे पोस्टर ने। पोस्टर में काँग्रेस के तमाम बड़े नेताओं के चेहरों के बीच एक चेहरा था बीजेपी के मंडला से प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलयस्ते का। कुलयस्ते ना केवल प्रत्याशी हैं बल्कि केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री भी हैं। हालांकि मामले के तूल पकड़ते ही पार्टी भी जगी और आनन फानन में पोस्टर में आमूल चूल परिवर्तन किए गए। और फग्गन की फ़ोटो की जगह आनन फानन में काँग्रेस से केवलारी के विधायक ठाकुर रजनीश हरवंश सिंह के पोस्टर लगाए गए। चूंकि मामला राहुल गांधी से जुड़ा हुआ था तो राजनीतिक तूल भी खूब मिला।
फग्गन के फ़ोटो को तो काँग्रेस पार्टी ने गलती करार दिया। लेकिन सभा के ठीक बाद हुए घटनाक्रम में राहुल गांधी को तय कार्यक्रम को बदलकर मंडला में ही रात गुजारनी पड़ी। जिससे काँग्रेस के मैनेजमेंट पर भी सवाल खड़े होने लगे। दरअसल मंडला की सभा के लिए काँग्रेस के सुप्रीम लीडर राहुल गांधी हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे। लेकिन जैसे ही सभा के बाद राहुल वापसी करने को हुए तो हेलीकॉप्टर उड़ ही नहीं सका, वजह थी हेलिकॉप्टर में फ्यूल की कमी होना। ऐसे में काँग्रेस पार्टी सवालों के चक्रव्यूह में फंसी तो इसे बीजेपी की कारस्तानी बताने लगी। साथ ही बीजेपी को सब जगह हरा हरा दिखने की बात कहने लगी। और साथ ही मजबूत चुनावी चुनौती की चेतावनी देने लगी।
एक ही दिन में घटित इतनी सारी घटनाएं वो भी काँग्रेस पार्टी के सुपरस्टार राहुल गांधी के चुनावी अभियान के दौरान काँग्रेस के मैनेजमेंट पर तो सवाल खड़े करती ही है। साथ ही इस सवाल को भी पुख्ता करती है कि आखिर क्यों लोकसभा चुनाव में इतने अहम और नाजुक वक्त में क्यों पार्टी का हाल बदहाल है। पोस्टर में फग्गन सिंह कुलस्ते की तस्वीर को एक गलती भी माना जा सकता है, लेकिन एक समय में वायु सेना के 7-7 विमानों के काफिले के साथ चलने वाले राहुल की सवारी में हुई फ्यूल की कमी को कैसे नजरंदाज किया जा सकता है। मध्यप्रदेश में काँग्रेस पार्टी जिस हिसाब से परफ़ॉर्म कर रही है और उसके बाद इस तरह से सारे आम पार्टी की जगहंसाई ये तो बिल्कुल वैसे ही हो रहा है जैसे करेला ऊपर से नीम चढ़ा।