भोपाल। प्रत्यक्ष प्रणाली में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय का प्रत्येक विद्यार्थी अपने मन से अध्यक्ष का चुनाव करता है। अप्रत्यक्ष प्रणाली में विद्यार्थी क्लास का प्रतिनिधि चुनता है और वह प्रतिनिधि अध्यक्ष का चुनाव करता है। छात्रसंघ चुनाव में मारपीट और उपद्रव अधिक होता है, इसलिए कई सालों से प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव बंद है। छात्र संघ चुनाव नहीं कराये जाने को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर तंज कसा है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्‍ता अभिनव बरोलिया का कहना है कि सरकार छात्र राजनीति को खत्‍म कर रही है। नेताओं को खतरा है कि छात्रों के राजनीति में आने से उनकी राजनीति खत्‍म हो जायेगी। कांग्रेस भी मांग कर रही है कि प्रदेश में छात्र संघ चुनाव होना चाहिए। एनएसयूआई भी इसकी मांग समय-समय पर कर रहा है। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव होने से छात्रों को राजनीति में आने का मौका मिलता है। student union elections

– प्रत्यक्ष प्रणाली में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय का प्रत्येक विद्यार्थी अपने मन से अध्यक्ष का चुनाव करता
-अप्रत्यक्ष प्रणाली में विद्यार्थी क्लास का प्रतिनिधि चुनता है और वह प्रतिनिधि अध्यक्ष का चुनाव करता है

छात्र संगठन चुनाव कई बार सड़क से लेकर उच्‍च शि क्षा मंत्री के बंगले पर छात्र संघ चुनाव कराने को लेकर धरना प्रदर्शन और हंगामा कर चुके हैं। इसके बावजूद नेताओं के कान में जू तक नहीं रेंग रही। छात्र संगठन लंबे समय से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। अब सवाल ये है कि क्‍या छात्र राजनीति से आने वाले नेता अपने भविष्‍य को लेकर खतरा महसूस कर रहे हैं या फिर इसके पीछे छात्र राजनीति को खत्‍म करना है। student union elections

2017 के बाद प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए
-एबीवीपी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की चुनाव की मांग
-चुनाव का बहाना बनाकर नहीं कराये छात्र संघ चुनाव
– प्रत्यक्ष प्रणाली में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय का प्रत्येक विद्यार्थी अपने मन से अध्यक्ष का चुनाव करता
-अप्रत्यक्ष प्रणाली में विद्यार्थी क्लास का प्रतिनिधि चुनता है और वह प्रतिनिधि अध्यक्ष का चुनाव करता है

प्रत्यक्ष प्रणाली में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय का प्रत्येक विद्यार्थी अपने मन से अध्यक्ष का चुनाव करता है। अप्रत्यक्ष प्रणाली में विद्यार्थी क्लास का प्रतिनिधि चुनता है और वह प्रतिनिधि अध्यक्ष का चुनाव करता है। छात्रसंघ चुनाव में मारपीट और उपद्रव अधिक होता है, इसलिए कई सालों से प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव बंद है। छात्र संघ चुनाव नहीं कराये जाने को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर तंज कसा है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्‍ता अभिनव बरोलिया का कहना है कि सरकार छात्र राजनीति को खत्‍म कर रही है। नेताओं को खतरा है कि छात्रों के राजनीति में आने से उनकी राजनीति खत्‍म हो जायेगी। कांग्रेस भी मांग कर रही है कि प्रदेश में छात्र संघ चुनाव होना चाहिए। एनएसयूआई भी इसकी मांग समय-समय पर कर रहा है। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव होने से छात्रों को राजनीति में आने का मौका मिलता है। student union elections

छात्र संगठन चुनाव कई बार सड़क से लेकर उच्‍च शि क्षा मंत्री के बंगले पर छात्र संघ चुनाव कराने को लेकर धरना प्रदर्शन और हंगामा कर चुके हैं। इसके बावजूद नेताओं के कान में जू तक नहीं रेंग रही। छात्र संगठन लंबे समय से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। अब सवाल ये है कि क्‍या छात्र राजनीति से आने वाले नेता अपने भविष्‍य को लेकर खतरा महसूस कर रहे हैं या फिर इसके पीछे छात्र राजनीति को खत्‍म करना है। student union elections

—मनोज राठौर