भोपाल। मानसूनी बारिश के बीच मध्यप्रदेश में जलजमाव जैसी समस्या के चलते डेंगू (Dengue cases increased) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। खास कर प्रदेश के महानगर भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में डेंगू लगातार पैर पसार रहा है। इस सीजन में अब तक भोपाल में 192, जबलपुर में 161, ग्वालियर में लगभग 270 और इंदौर में 314 डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। वहीं पूरे राज्य की बात करें तो यहां डेंगू के कुल केसों की संख्या 2150 हो गई है। वहीं इस जानलेवा बुखार से अब तक कुल चार लोगों की मौत हो चुकी है।

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जबलपुर और ग्वालियर में बढ़ रहे केस

जबलपुर और ग्वालियर में डेंगू (Dengue cases increased) का कहर लगातार जारी है। बात करें जबलपुर की तो जिले में अब तक डेंगू के कुल 161 मामले सामने आ चुके हैं। यहां की जिला अस्पताल के सभी वार्ड मरीजों से फुल हो गए हैं। हालात यह हैं कि अस्पताल मैनेजमेंट फ्लोर बेड की व्यवस्था करने पर मजबूर हो गया है। वहीं डॉक्टर लोगों को डेंगू से बचने के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दे रहे हैं।

ग्वालियर जिले में भी डेंगू के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। यहां बीते 24 घंटे में 195 सैंपल की जांच की गई। जिसमें 26 पॉजिटिव मिले। इनमें 18 मरीज ग्वालियर शहर के हैं जिनमें 10 बच्चे शामिल हैं। जिला मुख्यालय में डेंगू के मामलों में किस कदर इजाफा हो रहा है उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है सिर्फ 5 दिन में ही यहां 59 डेंगू के मरीज मिले हैं। इनमें 39 मरीज 17 साल से कम उम्र के हैं।

डेंगू की चपेट में राजधानी

राजधानी भोपाल भी डेंगू की चपेट में है। यहां की अस्पतालों में प्रतिदिन मरीज की संख्या बढ़ रही है। जहां अगस्त महीने में भोपाल में डेंगू के मामले 62 थे, वो अब सितंबर के पहले हफ्ते में बढ़कर 192 यानी दोगुनी हो गई है। तीन लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड मरने वालों का आंकड़ा केवल एक है। बाकी के मरीज डेंगू की वजह से मरे हैं या नहीं, इसकी जांच की जा रही है।

भोपाल में डेंगू की रोकथाम के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। निगम प्रशासन के पास 85 वार्डो के लिए केवल 12 फॉगिंग मशीन ही हैं। 3 व्हीकल माउंटेड मशीनें वीआईपी एरिया के लिए हैं।

वहीं बात करें आर्थिक राजधानी इंदौर की तो यहां डेंगू के कुल 314 केस सामने आ चुके हैं। जिनमें 190 पुरुष, 124 महिलाएं और 33 बच्चे शामिल हैं। यह आंकड़ा अब तेजी से बढ़ रहा है।