देश के जाने माने उद्योगपति रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया। टाटा के निधन की खबर लगते ही देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। उद्योग जगत, राजनीतिक और फिल्मी जगत के लोगों ने भी उनके साथ बिताए पलों को यादकर उनको श्रद्धांजलि दी।(Memories of Ratan Tata)

अफसरों-कर्मचारियों से भी जुड़ी यादें

शायद आपको नहीं पता होगा कि मशहूर उद्योगपति रतन टाटा की यादें इंदौर के सांघी मोटर्स के अफसरों और कर्मचारियों से भी जुड़ी हैं।रतन टाटा वर्ष 1995 में इंदौर आए थे और अपनी सादगी और कर्मचारियों से सहज रहने के अंदाज के कारण एक अलग छाप छोड़ गए। एक कर्मचारी उनसे ऑटोग्राफ लेना चाहता था, तो उन्होंने टिशू पेपर पर साइन कर दिए और उसके कंधे पर हाथ रख बातें भी कीं।(Memories of Ratan Tata)

कर्मचारियों को सर्टिफिकेट भी सौंपे थे

29 साल पहले रतन टाटा देवास की टाटा एक्सपोर्ट कंपनी में आए थे। तब सांघी मोटर्स का लसूडि़या क्षेत्र में बड़ा शोरूम और सर्विस सेंटर बना था। उन्होंने उसे देखने की इच्छा जताई और मनोरमागंज स्थित शोरूम पर भी 15 मिनट के लिए गए थे। अचानक हुए उनके दौरे को देखते हुए सांघी मोटर्स प्रबंधन ने उन चार अफसरों और कर्मचारियों से उन्हें सर्टिफिकेट दिलाने का अनौपचारिक कार्यक्रम भी रख लिया। जिन्हें 25 साल से ज्यादा का वक्त शोरूम में हो गया था। उनमें से एक शोरूम के जीएम नारायण सुमराणी भी थे।(Memories of Ratan Tata)

‘इस पर मेरे हस्ताक्षर तो हैं नहीं?’

नारायण सुमराणी बताते हैं कि जब टाटा ने हमें सर्टिफिकेट दिए तो अचानक पूछ लिया, इस पर मेरे हस्ताक्षर तो हैं नहीं। हमें लगा कि वो नाराज हो गए, लेकिन उन्होंने बड़ी सहजता से शुभकामना संदेश के साथ सर्टिफिकेट के पीछे हस्ताक्षर कर हमें सौंपे।(Memories of Ratan Tata)

टीशू पेपर पर हस्ताक्षर कर कर्मचारी को दिया

सुमराणी बताते हैं कि मेरा एक जूनियर रतन जी का ऑटोग्राफ लेना चाहता था। तो उन्होंने टेबल पर रखे टिशू पेपर पर हस्ताक्षर कर उसे दे दिया और पूछा कि क्या तुम सेल्स देखते हो। उसने हां कहा तो उससे पांच मिनट तक बातें की और मार्केट की जानकारी जुटाई।(Memories of Ratan Tata)

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आर्किटेक्ट की तरह बारीकी से देखा शोरूम

रतन टाटा खुद आर्किटेक्ट थे, जब वो नए शोरूम पर पहुंचे तो आर्किटेक्ट से शोरूम के बारे में बारीकी से बातें पूछी। उन्होंने लिफ्ट के लोड की क्षमता से लेकर इंटीरियर तक कई जानकारी आर्किटेक्ट से ली और शोरूम की प्रशंसा की।