सुकमा, नवीन कश्यप । बीजापुर के सरहदी क्षेत्र पर बसा टेकलगुड़ा में बीते मंगलवार को कैंप स्थापना के दौरान जवानों पर हुए नक्सली हमले का मास्टरमाइंड कहे जाने वाले नक्सली लीडर बारसे देवा की पहली तस्वीर सामने आई है. सुकमा क्षेत्र में नक्सलियों की सबसे मजबूत माने जाने वाली पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) बटालियन नंबर एक में एक वर्ष पूर्व तक सक्रिय रहे, हिड़मा की जगह लेकर अब बटालियन की कमान संभालने वाला देवा सुकमा, दंतेवाड़ा और दरभा क्षेत्र में घटित कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा है ।
8 वर्ष की उम्र में बाल संघम सदस्य बना,पढ़ा लिखा नही पर कई भाषाओं का ज्ञान है देवा को
जानकार बताते हैं बारसे देवा 8 साल की उम्र से ही बाल संघम सदस्य के रूप में कार्य करने लगा था। कम उम्र में संघम सदस्य में शामिल होने की वजह से देवा पढ़-लिख नहीं पाया, इसके बावजूद देवा को कई भाषाओं का ज्ञान है. नक्सल संगठन में कम उम्र में जुड़ कर संघठन में लगातार काम करता रहा देवा जिसके कारण संगठन के अन्य पदों पर नियुक्त किया गया देवा को।
अत्याधुनिक हथियारों AK47 इस्तेमाल करता है बारसे देवा
सूत्रों की मानें तो देवा अत्याधुनिक हथियार AK 47 हमेशा अपने सुरक्षा के लिए पास में रखता है. इसके अलावा लेपटॉप, वाकिटॉकी अपने पास हमेशा रखता है. देशी बम और यूबीजीएल जैसे हथियार भी बना सकता है देवा,वहीं पुलिस को देवा की तालाश है पुलिस ने नक्सली देवा पर इनाम भी घोषित किया है।
आखिर कौन है हिडमा के बाद बटालियन नंबर एक की कमान संभालने वाला देवा
नक्सलियों का सबसे मजबूत माना जाने वाला बटालियन नंबर एक की कमान आज से एक वर्ष पूर्व तक हिडमा के हाथो में थी । पुलिस को एक मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों के दस्तावेज हासिल हुए थे जिससे पता चला कि बटालियन नंबर एक की कमान बारसे देवा को दिया गया है। वही पूर्व में इस टीम को लीड कर रहे हिडमा को सेंट्रल कमेटी मेम्बर बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक हिडमा और देवा दोनो एक ही गांव पुवर्ती से हैं। यही वजह है वा को हिडमा का सबसे करीबी भी माना जाता है।
बारसे देवा,बड़ा देवा,बारसे देवन्ना और बारसे सुक्का के नाम से जाना जाता है देवा। इससे पहले दरभा डिवीजन के सचिव का पद संभाल चुका है देवा। दरभा डिवीजन में रहने के दौरान प्रेस टीम में कार्य करने की वजह से देवा को तकनीकी ज्ञान भी प्राप्त है।
घातक हथियारों के बनाने में महारत हासिल
टेकलगुड़ेम घटना में बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (BGL) का इस्तमेला नक्सलियों ने जवानों को सी नुकसान पहुंचाने के लिए किया था बीजीएल नक्सलियों द्वारा बनाया गया एक तरह का देसी रॉकेट लॉन्चर है। हथियार बनाने की ट्रेनिंग लेने के कारण देवा को हथियार बनाने का महारत हासिल है। सुरक्षा बल द्वारा अब तक प्रेशर बम और कई घातक हथियारों के देसी वर्जन नक्सलियों के कैंप से बरामद किए गए हैं।
देवा अब तक के इन बड़े हमलों में शामिल रहा है
25 मई 2013 को दरभा-झीरम घाटी में हुए अबतक की सबसे बड़े राजनीतिक पार्टी पर हुए नक्सली हमले में दरभा डिवीजन कमेटी के नक्सलियों की भूमिका रही, जिसमें देवा भी शामिल था। इस तरह दंतेवाड़ा जिले के अरहनपुर घटना में 10 जवान शहीद हुए थे इसमें भी देवा शामिल था और अब टेकलगुड़ा में भी देवा ही बटालियन नंबर एक का नेतृत्व कर रहा था।