झांसी। उत्तरप्रदेश के झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई सरकारी मेडिकल कॉलेज के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (चाइल्ड वार्ड) में शुक्रवार रात भीषण आग लग गई। हादसे में 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई। वार्ड की खिड़की तोड़कर 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं 8 बच्चे ऐसे हैं जिनके बारे में सूचना नहीं मिल पाई है। शनिवार की सुबह बच्चों के परिजनों ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर हंगामा किया। (Jhansi fire incident)
इस भयावह अग्निकांड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र दुख जताते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। पीएम ऑफिस की तरफ से किए गए पोस्ट में लिखा, ‘हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है। इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है।’ (Jhansi fire incident)
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पीड़ित परिवारों को 2 लाख रुपये देने का किया ऐलान
पीएमओ की तरफ से किए गए एक अन्य पोस्ट में घटना के पीड़ित परिवारों को अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया गया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।’
कैसे हुआ हादसा?
हादसा कैसे हुआ? इस बारे में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि एनआईसीयू वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे। अचानक ऑक्सीजन कंसट्रेटर के अंदर आग लग गई। आग बुझाने की कोशिश भी की गई, लेकिन कमरे के अत्याधिक ऑक्सीजन से युक्त होने की वजह से आग तेजी से फैल गई। जिसमें झुलसकर 10 नवजातों की मौत हो गई। दमकल विभाग की टीम ने वार्ड की खुड़िकियों के कांच तोड़कर कई बच्चों को बचा लिया। घायल बच्चों का इलाज जारी है।