रायपुर। नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से घायल हुए दो जवानों को बेहतर इलाज के लिए रायपुर लाया गया है। यहां एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। दरअसल, शुक्रवार की सुबह नारायणुपुर जिले में सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा देने के लिए जवान निकले थे। इस दौरान बम ब्लास्ट हुआ और दो जवान बुरी तरह जख्मी हो गए। इसके बाद दोनों जवानों को वहां से जिला अस्पताल लाया गया। इसके बाद उनके अच्छे इलाज के लिए उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है। (Naxalite IED blast)
घटना नारायणपुर जिले के कोहकामेटा थाना इलाके के पुलिस कैंप कच्चापाल की है। जहां से डीआरजी और BSF का बल नक्सल गश्त सर्चिंग के लिए कच्चापाल तोके मार्ग में रवाना हुए थे। इस दौरान सुबह करीब साढ़े 8 बजे कच्चापाल गांव से करीब 3 किलोमीटर दूर नक्सलियों के द्वारा आईईडी ब्लास्ट किया गया। इस घटना में डीआरजी नारायणपुर के 02 जवान- आरक्षक जनक पटेल एवं आरक्षक घासीराम मांझी घायल हो गये। (Naxalite IED blast)
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पुलिस कैंप बनने से बौखलाए नक्सली
दरअसल, पुलिस ने हाल ही में नक्सलियों के गढ़ कच्चापाल में नया कैंप स्थापित किया है। अब उस पूरे इलाके को सड़क मार्ग से जोड़ा जा रहा है। इसी की बौखलाहट में नक्सलियों ने इस नापाक करतूत को अंजाम दिया। घटना की जानकारी देते हुए नारायणपुर SP प्रभात कुमार ने बताया कि शुरूआती जांच में सामने आया है कि सड़क निर्माण की सुरक्षा के दौरान 2 जवानों के पैर का प्रेशर IED पर आ गया था। जिसके बाद जोरदार ब्लास्ट हुआ।
बता दें कि नक्सलियों ने बस्तर के दक्षिणी और पश्चिमी इलाकों में ऐसी हजारों प्रेशर आईईडी रास्तों में बिछा रखी हैं। जिनकी चपेट में केवल जवान ही नहीं बल्कि आम इंसान और बेजुबान जानवर आ रहे हैं। अब तक इनके द्वारा हुए विस्फोट में कई ग्रामीण और बेजुबान मवेशी अपनी जान गंवा चुके हैं या फिर अपंग हो गए हैं। बीते पांच साल की ही बात करें तो ऐसे विस्फोट की अब तक 250 से ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं।