भोपाल। कैलाश मकवाना को मध्यप्रदेश का नया डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) बनाया गया है। शनिवार देर रात गृह विभाग द्वारा इसका आदेश जारी किया गया। वे डीजीपी सुधीर सक्सेना की जगह लेंगे जो कि 30 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक वह 1 दिसंबर को अपना कार्यभार संभालेंगे। प्रदेश के 32वें डीजीपी मकवाना अगले साल दिसंबर तक इस पद पर बने रहेंगे। (MP News)
तेजतर्रार और ईमानदार छवि
कैलाश मकवाना की छवि सख्त और ईमानदार अधिकारी की रही है। वे वर्तमान में मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के चेयरमैन है। इससे पहले वे पूर्व की शिवराज सरकार में लोकायुक्त डीजी थे। इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कई कार्रवाई की थी। (MP News)
मकवाना ने धूल खा रहीं भ्रष्टाचार की फाइलों को बाहर निकलवाया और जांच में जो भी आईएएस व आईपीएस अफसर इसमें दोषी पाए गए उनके खिलाफ एक्शन लिया। इसके साथ ही उन्होंने महाकाल लोक कॉरिडोर की जांच भी शुरू कराई। वह इस पद पर करीब 6 महीने रहे फिर उनका ट्रांसफर पुलिस हाउंसिंग कॉर्पोरेशन में कर दिया गया।
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अब तक 9 ट्रांसफर
अपनी सख्त और ईमानदार छवि की वजह से साल 2019 से लेकर 2022 तक उनका 9 बार ट्रांसफर हो चुका है। डेढ़ महीने की कमलनाथ सरकार के समय 2019 में उन्हें एडीजी इंटेलिजेंस बनाया गया था लेकिन कुछ समय बाद ही उन्हें हटाकर एजीपी प्रशासन बना दिया गया। यहां से भी उनका ट्रांसफर जल्द ही हो गया और साल 2020 में उन्हें एडीजी नाकोटिक्स बनाया गया, लेकिन 1 माह बाद ही उन्हें सीआईडी में भेज दिया गया। 2021 में उनका ट्रांसफर पुलिस हाउसिंग कॉपोरेशन में किया गया, फिर इसके बाद लोकायुक्त डीजी बनाया गया। यहां से भी कुछ माह बाद ही उन्हें हटा दिया गया।
1989 बैच के आईपीएस अधिकारी कैलाश मकवाना अविभाजित मध्य प्रदेश में दंतेवाड़ा, बस्तर, मंदसौर और बैतूल में एसपी का पद भी संभाल चुके हैं।