रायपुर। निरक्षर व्यक्ति का जीवन बहुत कठिनाई से गुजरता है। पूर्व की सरकार के एक मंत्री ने कोरवा परिवार के संयुक्त खाते वाली 25 एकड़ जमीन फ्रॉड कर रजिस्ट्री करवा ली थी। प्रदेश में आने वाले समय में एक लाख से ज्यादा साक्षरता केंद्र खोलेंगे। यह बात अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर राजधानी में आयोजित राज्य स्तरीय उल्लास मेले में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहीं।(International Literacy Day)

“इस छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ के रूप में खड़ा करना है”

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ के रूप में खड़ा करना है।सीएम साय ने कहा कि शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। शिक्षा में डिग्री प्राप्त कर के सिर्फ सरकारी नौकरी पाना मकसद नहीं है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। एक शिक्षित और निरक्षर व्यक्ति के जीवन में बहुत अंतर होता है। हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में विश्व गुरु रहा है। हमारे देश के प्रधानमंत्री शिक्षा को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।(International Literacy Day)

“सीएम साय के नेतृत्व में शिक्षा विभाग कर रहा बेहतर कार्य”

इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि सीएम साय के मार्गदर्शन में लगातार शिक्षा विभाग एक से बढ़कर एक कार्यक्रम कर रहा है। हमारी कई ऐसी संस्थाएं हैं, जो बिना बजट पर जबरदस्त कार्य कर रहे हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से हमारे प्रदेश के अंतिम छोर तक के व्यक्ति को सीधा लाभ मिला है।(International Literacy Day)

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“उल्लास कार्यक्रम के जरिए कई चीजें सीखने को मिलेंगी”

उन्होंने कहा कि उल्लास कार्यक्रम के माध्यम से बहुत सी चीज देखने और सीखने को मिलेंगी। हमारा छत्तीसगढ़ साक्षरता की दृष्टि से अग्रणी बन रहा है। शिक्षा से वंचित रहने वाले लोगों को शिक्षा के प्रति प्रेरित कर रहा है। हमें जीवनभर कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए।