शहडोल। नशा तस्करी पर लगाम लगाने के लिए एक तरफ जहां पुलिस सख्ती बरत रही है। वहीं दूसरी तरफ नशे के सौदागर (Drug injection smuggling) भी अपने जहरीले मंसूबों को पूरा करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शहडोल से सामने आया है। जहां नशे के सौदागरों ने मरीजों को ले जाने वाली एंबुलेंस को अपनी तस्करी का जरिया बनाया। पुलिस ने मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस चेकिंग में एम्बुलेंस से बरामद हुआ जखीरा
दरअसल, शहडोल जिले के कल्याणपुर निवासी राहुल शुक्ला, संदीप सोनी और आदित्य उपाध्याय नशीले इंजेक्शनों (Drug injection smuggling) की खेप ट्रेन के माध्यम से भोपाल से लेकर शहडोल आ रहे थे। तभी लोगों की नजर से बचने के लिए तीनों लोग नशे के इंजेक्शन लेकर उमरिया जिले के मुदरिया स्टेशन पर ही उतर गए। जहां पर पहले से प्लानिंग के तहत 108 एंबुलेंस का चालक विजय केवट उनका इंतजार कर रहा था। उसके बाद तीनों एंबुलेंस से शहडोल पहुंचे कि तभी आकाशवाणी के पास पुलिस ने एम्बुलेंस को रोक लिया। जब पुलिस ने एंबुलेंस की तलाशी ली तो उसमें से नशीले इंजेक्शनों का बड़ा जखीरा बरामद हुआ। पुलिस ने 255 इंजेक्शन समेत एंबुलेंस को जब्त कर लिया।
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जब्त इंजेक्शनों की कीमत 10 लाख से ज्यादा
तस्करी की सूचना पुलिस को मुखबिर के जरिए मिल गई थी। जिसको लेकर पुलिस पहले से ही अलर्ट थी। सूचना के आधार पर ही पुलिस ने आकाशवाणी के पास एंबुलेंस को रोका औऱ उसकी तलाशी ली। जिसमें पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए नशे के इंजेक्शन बरामद कर लिए। जिनकी कीमत लगभग 10 लाख से ज्यादा बताई जा रही है।