भोपाल। इंदौर (Indore Crime News) में हुई बीजेपी नेता मोनू कल्याणे की हत्या मामले में इंदौर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी पीयूष और अर्जुन को राजधानी भोपाल के पास स्थित औद्योगिक नगरी मंडीदीप से अरेस्ट किया है। वह दोनों वहां अपने एक रिश्तेदार के घर पर छिपे थे। जानकारी के मुताबिक पुलिस उन्हें इंदौर लेकर रवाना हो चुकी है।

‘ऐसा तो नहीं है कि 10-20 मर्डर हो गए…’ बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या पर बोले विजयवर्गीय

पूछताछ में हो सकता है बड़ा खुलासा

गिरफ्तार हुए आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर सकती है। दरअसल बीजेपी नेता (Indore Crime News) की हत्या के पीछे वर्चस्व की लड़ाई की बात सामने आ रही है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस का यह मान रही है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले पीयूष और अर्जुन तो केवल मुहरे हैं असली गुनहगार तो कोई और है। यही वजह है कि पुलिस इसकी हर एंगल से जांच कर रही है।

शनिवार-रविवार की दरमियानी रात हुई थी हत्या

बता दें कि इंदौर ईकाई के भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी मोनू कल्याणे की शनिवार-रविवार की दरमियान रात दो लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मोनू कल्याणे को मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय का करीबी माना जाता है।

पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए कहा था कि मोनू कल्याणे की शहर के चिमनबाग चौराहे पर गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उनकी हत्या उस समय हुई जब वो शहर हर साल आयोजित होने वाली भगवा यात्रा के झंडे-बैनर लगवा रहे थे।

हत्या करने वालों की पहचान इंदौर के रहने वाले पीयूष और अर्जुन के रूप में हुई है। जिसके बाद मृतक बीजेपी नेता के समर्थकों ने आरोपियों के घरों में घुसकर तोड़-फोड़ करने की कोशिश की।

Indore Crime News : मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के करीबी की गोली मारकर हत्या, पुरानी रंजिश के चलते वारदात को दिया अंजाम

कैलाश विजयवर्गीय ने कही ये बात

मोनू कल्याणे की हत्या पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने दुख जताया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अपराधी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विजयवर्गीय ने कहा कि कल्याणे बहुत अच्छे कार्यकर्ता और पार्टी के पदाधिकारी थे। पता चला है कि जिस व्यक्ति ने उसकी हत्या की है, वह शायद उसका पड़ोसी है। मुझे नहीं पता कि उनके बीच क्या पारिवारिक झगड़ा था।

वहीं, इंदौर की कानून व्यवस्था को लेकर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “इंदौर का लॉ एंड ऑर्डर बहुत अच्छा है। ऐसा नहीं है कि 10-20 मर्डर हो गए हों। यह छुटपुट घटना है। अब पड़ोसी ने ही कर दिया, इसमें पुलिस प्रशासन क्या कर सकता है। ऐसा कोई गैंगवार नहीं चल रहा है।”