भोपाल। 15 अगस्त के दिन देश में 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। इस दिन स्कूलों, कॉलेजों और दफ्तरों में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस उत्सव को सभी भारतवासी मिलकर मनाते हैं। इस दौरान लोगों के जश्न मनाने का तरीका अलग-अलग हो सकता है। जहां कुछ लोग तिरंगे के रंग के कपड़े पहनते हैं।(Independence Day)
महिलाएं तिरंगे रंग की ज्वेलरी और बिंदी लगाती हैं
वहीं, महिलाएं बिंदी, चूड़ी जूलरी भी तिंरगे के रंग की पहनती है। कुछ लोग डांस करते हैं तो कुछ भाषण देते हैं। लोग अपने घरों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थानों पर ध्वजारोहण करते हैं, मिठाई बांटते हैं और खुशी-खुशी जश्न मनाते हैं। लेकिन शायद ही आप जानते होंगे कि ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या अंतर है।(Independence Day)
ध्वजारोहण और झंडा फहराना अलग-अलग कार्यक्रम
दरअसल, ध्वजारोहण और झंडा फहराना दो अलग-अलग कार्यक्रम होते हैं। ये दोनों कार्यक्रम 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन होते हैं। बता दें कि, पंडित जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले पर 15 अगस्त 1947 के दिन ध्वजारोहण किया था। तो वहीं 26 जनवरी को राष्ट्रपति की ओर से झंडा फहराया जाता है।(Independence Day)
लाल किला और राजपथ पर होता है आयोजन
ये दोनों कार्यक्रमों का आयोजन लाल किले की प्राचीर और राज पथ पर किया जाता है। हम आपको बता रहे हैं कि ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या अंतर होता है।(Independence Day)
15 अगस्त के दिन होता है ध्वजारोहण
15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन ध्वजारोहण का कार्यक्रम होता है। जानकारी के मुताबिक, 1947 में इस दिन ही भारत से ब्रिटिश राज का झंडा नीचे उतारकर हमारा राष्ट्रीय ध्वज ऊपर चढ़ाया गया था। राष्ट्रीय ध्वज को जब स्तंभ पर नीचे से ऊपर की तरफ चढ़ाया जाता है तो यह ध्वजारोहण कहलाता है।(Independence Day)
26 जनवरी को झंडा फहराया जाता है
जबकि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन झंडा फहराया जाता है। फ्लैग पोल पर पहले से ही तिरंगा ऊपर लगाकर बंधा हुआ होता है। इसके साथ अधिकतर फूलों की पंखुड़ियां भी लगी होती हैं। जब तिरंगा फहराया जाता है तो पुष्प वर्षा होती है।(Independence Day)
पहली बार 1947 में हुआ था ध्वजारोहण
15 अगस्त 1947 स्वतंत्रता दिवस के दिन पहली बार झंडा लाल किले की प्राचीर पर ब्रिटिश झंडे को नीचे उतारने के बाद चढ़ाकर ध्वजारोहण किया गया था। तब से 15 अगस्त के दिन लाल किले की प्राचीर पर ध्वजारोहण होता है। जबकि 26 जनवरी राष्ट्रपति भवन के पास कर्तव्य पथ पर परेड से पहले झंडा फहराया जाता है।