भोपाल। मध्य प्रदेश में खराब स्वास्थ्य सुविधा (Health Facility) का ठीकरा मोहन सरकार ने कांग्रेस की पहले की सरकारों पर फोड़ा है।इतना ही नहीं प्रदेश की मोहन सरकार ने आज स्वास्थ्य सुविधा की इस हालत के लिए कांग्रेस की सरकार को जिम्मेदार बताया है। एक तरफ जहां बीजेपी स्टाफ की कमी के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बता रही है तो वहीं, अपने ही कार्यकाल में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने का दावा भी कर रही है।
स्वास्थ्य सुविधाओं का जायज़ा
दरअसल, मोहन कैबिनेट के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने जेपी अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं (Health Facility) का जायजा लिया था। जहां उन्होंने सीएमएचओ के साथ अस्पताल के एक हिस्से का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने बच्चों के लिए की गई व्यवस्थाओं को देखा और अस्पताल के संसाधनों को भी जानने की कोशिश की। उनके साथ डॉक्टरों की टीम भी मौजूद थी।
कांग्रेस के शासन में स्वास्थ्य सुविधाओं पर नहीं दिया गया ध्यान
अस्पताल की सुविधाओं को लेकर स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाओं की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में भी सभी सुविधाएं (Health Facility) आम जनता को उपलब्ध कराई जा रही हैं। वहीं प्रदेश में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की कमी का पूरा ठीकरा उन्होंने पहले की कांग्रेस की सरकारों पर फोड़ दिया। साथ ही खराब स्वास्थ्य सुविधा के लिए भी कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हैं। डॉक्टरों की कमी को दूर किया जा रहा। कांग्रेस सरकार ने जनसंख्या के आधार पर स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर नहीं किया था।
मोदी सरकार में बेहतर हुई स्वास्थ्य सुविधा
पीएम मोदी सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया। बीजेपी सरकार के 10 साल में मेडिकल कॉलेज की संख्या डबल हुई। साथ ही जनता के लिए और भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं की जा रही हैं। जिनका फायदा लगातार जनता का पहुंच रहा है।
18 से 20 हजार मेडिकल स्टाफ की भर्ती
वहीं पल्स पोलियो अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल और स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई। ये खुराक 5 साल तक के बच्चों को पिलाई जा रही है। पल्स पोलियो अभियान को लेकर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान चलाया जा रहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 27 हजार से ज्यादा पल्स पोलियो केंद्र बनाए गए हैं। सरकार की कोशिश है कि कोई बच्चा इस अभियान से अछूता न रहे। वहीं स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल स्टाफ की कमी पर डिप्टी सीएम ने कहा कि 2 से 3 महीने में स्टाफ की कमी को दूर किया जाएगा। 18 से 20 हजार मेडिकल स्टाफ की भर्ती की जा रही। पूरे प्रदेश में स्टाफ को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही भर्ती प्रक्रिया को मंजूरी दे चुकी है।
अगर ये नेता न होता, तो आपातकाल के बाद भी सत्ता में नहीं लौट पाती कांग्रेस!
मध्य प्रदेश में सरकारी स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं के हाल पहले से अच्छे जरूर हैं, लेकिन अभी भी कई स्तर पर कमी है।सरकारी सिस्टम में तमाम कमियों की वजह से मरीज सरकारी अस्पतालों में जाने से डरते हैं। ये अलग बात है कि बीजेपी खुद के कार्यकाल को बेहतर बता रही है और खराब स्वास्थ्य सुविधाओं और व्यवस्थाओं के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बता रही है। लेकिन सच्चाई को बीजेपी- कांग्रेस भी जानती है और जनता भी।
-मनोज राठौर