भोपाल। गुरुनानक जयंती के मौके पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुद्वारा पहुंचे और मत्था टेका। उन्होंने प्रदेशवासियों को गुरुनानक जयंती की बधाई और सभी के मंगल के लिए प्रार्थना की। सीएम ने जानकारी दी कि आगामी 17 नवंबर को सीएम हाउस में प्रकाश पर्व का बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। (Guru Nanak Jayanti 2024 )

शुक्रवार को गुरुनानक जयंती के अवसर पर सीएम डॉ मोहन यादव भोपाल की अरेरा कॉलोनी में स्थित गुरुद्वारा पहुंचे। जहां उन्होंने मत्था टेका और प्रदेशवासियों को गुरुनानक जयंती की बधाई दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि गुरुनानक जी अखंड भारत के प्रणेता थे। वे ऐसे महापुरुष थे, जिन्होंने हर समय सच्चाई, अच्छाई, बराबरी और मानवता के लिए काम किया। (Guru Nanak Jayanti 2024 )

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मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुनानज जी देश के साथ ही पूरी दुनिया के लिए आदर्श हैं, उनका जन्म अखंड भारत में हुआ। वे अखंड भारत के प्रणेता थे। सीएम ने बताया कि 17 नवंबर को सीएम हाउस में प्रकाश पर्व का बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही डॉ. यादव ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती की भी शुभकामनाएं दी है।

बता दें कि गुरु नाकर जयंती सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी की जयंती के रुप में मनाया जाता है। यह सिख समुदाय का सबसे प्रमुख पर्व है। इस दिन सिख समुदाय के लोग गुरुद्वारों में जाते हैं और गुरु नानक देव जी के उपदेशों को याद करते हैं। इसी कारण से इसे गुरु पर्व और गुरु नानक प्रकाश उत्सव के नाम से भी जानते हैं। बता दें कि यह गुरुनानक देव की 555वीं जयंती है।

उनका जन्म 15 अप्रैल 1469 को तलवंडी (पाकिस्तान ) में हुआ था। उनके पिता का नाम मेहता कालू और मां का नाम तृप्ता देवी था। गुरु नानक देव जी ने घर पर ही शिक्षा प्राप्त की, वह संस्कृत के साथ अरबी और फारसी भाषा के भी अच्छे जानकार थे। ईश्वर, सच्चाई और सेवा की महत्ता से भरे अपने उपदेशों से प्रभावित होकर कई लोग उनके अनुयायी बने। 1539 ईस्वीं में उनका करतारपुर में निधन हो गया था।