भोपाल। सीएम मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश नित नए कीर्तिमान रच रहा है। इसी क्रम में राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम पर 5 हजार आचार्यों और प्रतिभागियों द्वारा सीएम मोहन यादव की मौजूदगी में सामूहिक गीता पाठ किया गया, जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एजुकेटर विश्वनाथ ने विश्व रिकार्ड की घोषणा की। उन्होंने सीएम को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट सौंपा गया। बता दें पर्यटन केंद्रों पर भगवत गीता रखे जाने का भी ऐलान किया गया। (MP New World Record)
#WATCH भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल और उज्जैन में 5 हजार से अधिक भगवद गीता भक्तों द्वारा गीता पाठ के लिए बनाए गए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का प्रमाण पत्र प्राप्त किया। pic.twitter.com/PvBKtqRMVJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2024
गीता जयंती पर मध्यप्रदेश रचेगा कीर्तिमान, होगा ये खास आयोजन, CM मोहन यादव ने दी जानकारी
मुस्लिम महिलाएं भी हुईं शामिल
वर्ल्ड रिकार्ड बनाने के लिए समारोह स्थल पर पाठ करने आए हर आचार्य और प्रतिभागी को हाथ मे एक बैंड पहनाया गया था। जिसमें एक QR कोड है उसी क्यूआर से पाठ करने वाले प्रतिभागियों की काउंटिंग हो रही हैं। इस गीता पाठ में बड़ी संख्या में बच्चे और मुस्लिम महिलाएं भी शामिल हुई हैं।
कार्यक्रम में गुना के श्री परशुराम संस्कृत वेद विद्या गुरूकुल कुंभराज से 40 बटुक भी शामिल हुए हैं। इन बटुकों को गीता के 18वें अध्याय के सभी श्लोक कंटस्थ याद हैं। सामूहिक गीता पाठ में शामिल हुए हर आचार्य और बटुकों समेत सभी प्रतिभागियों को सरकार की ओर से ढाई-ढाई हजार रुपए की राशि बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
गीता जयंती के आयोजन के उद्देश्य को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म से लेकर मृत्यु तक अपनी लीलाओं और आदर्शों के जरिए समूचे समाज को प्रेरणा दी है। भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और पवित्र धर्मग्रंथ ‘गीता’ की शिक्षा से प्रदेश वासियों के जीवन को आलोकित करने और सनातन संस्कृति से जोड़ने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है।
लगाई गई प्रदर्शनी
राज्यस्तरीय कार्यक्रम के दौरान श्रीमद भागवत पुराण और गौ एवं गोपाल चित्र प्रदर्शनी दिखाई जा रही है। साथ ही साधो बैंड मुंबई द्वारा भक्तिमय गीतों की सुरमई प्रस्तुति दी गई। विशेष रूप से मध्यप्रदेश में आ रहे पर्यटकों और आगंतुकों को गीता की महिमा से अवगत कराने के लिए प्रदेश के होटलों में श्रीमद्भगवद्गीता, वाल्मीकि रामायण और रामचरित मानस की एक-एक प्रति रखने की पहल भी की जाएगी।