गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में 20 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। 15 के ढेर होने की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 1 करोड़ का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपति भी मारा गया है। शव के साथ ही जवानों को भारी मात्रा में हथियार प्राप्त हुए हैं। (Gariaband encounter)
बता दें कि छत्तीसगढ़ और ओडिशा की ओर से गरियाबंद के भालू डिग्गी के जंगल में जॉइंट ऑपरेशन चलाया गया था। इसमें 10 टीमें एक साथ निकली थीं। इनमें तीन टीम ओडिशा पुलिस से, दो छत्तीसगढ़ पुलिस से और पांच सीआरपीएफ टीमें शामिल थीं। दरअसल, इस इलाके में नक्सलियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर ओडिशा और छत्तीसगढ़ की पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया। (Gariaband encounter)
रविवार को जवान क्षेत्र में तलाशी अभियान पर निकले थे, तभी नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जबावी कार्रवाई की। मुठभेड़ की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच चुके हैं। इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए थे। वहीं, तीन IED भी बरामद किए थे।
मिली जानकारी के मुताबिक 1 हाजर जवानों ने 60 नक्सलियों को घेर रखा है। बैकअप पार्टी भेजी गई है और ड्रोन से नजर रखी जा रही है। पहले फोर्स द्वारा पहले जो 15-20 किमी का इलाका घेरा गया था, वह अब सिमटकर 3 किलोमीटर पर आ गया है। नक्सलियों की मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। वहीं, एक जवान घायल हुआ, जिसे एयरलिफ्ट कर रायपुर इलाज के लिए भेजा गया है।
Gariaband encounter : सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया एक नक्सली, एक जवान हुआ घायल, एयरलिफ्ट कर लाया गया रायपुर
ड्रोन के जरिए लगा रहे निशाना
पहले नक्सली जंगल में थे, पेड़ों की आड़ में छिपकर फायरिंग कर रहे थे। छत्तीसगढ़ की ओर से फोर्स की तीन कंपनियां और उड़ीसा की ओर 7 कंपनियां उनकी ओर बढ़ रही थीं। जिसके बाद नक्सली जंगल से निकलकर चट्टानों में की तरफ आ गए थे।
चट्टानों वाला इलाका खुला हुआ है। वहीं जवान अपने पास मौजूद ड्रोन्स की सहायता से नक्सलियों के देखकर उन्हें निशाना बना रहे हैं। बता दें कि जवानों ने मुठभेड़ के दौरान कभी भी ड्रोन का उपयोग नहीं किया था। क्योंकि जंगल इतने ज्यादा हैं कि कुछ भी दिखना संभव नहीं हो पाता। ड्रोन कैमरे से देखकर नक्सलियों को मारने का यह पहला प्रयोग है।