बैतूल। जिले के एक गांव में संचालित पटाखा फैक्ट्री पर पुलिस प्रशासन ने छापा मारा है। जहां अवैध तरीके से भारी मात्रा में पटाखे बनाने का काम चल रहा था। मौके से कुल 25 हजार सुतली बम और 60 किलोग्राम बारूद बरामद हुआ है। इतना ही नहीं जिस व्यक्ति के नाम पर लाइसेंस है उसका भाई पटाखा फैक्ट्री का संचालन कर रहा था। सुरक्षा के नाम पर कुछ टंकियों में पानी भरा हुआ था। अगर कोई हादसा होता तो हरदा की तरह भारी तबाही निश्चित थी।(Firecracker Factory)

‘फैक्ट्री के हाल देख प्रशासन के उड़े होश’

साईंखेड़ा थाना क्षेत्र के रेहड़वा गांव का मामला है। जहां प्रशासन ने छापेमारी की तो वहां की स्थिति देख लोगों के होश उड़ गए। फैक्ट्री में बिहार और उज्जैन के 11 मजदूर काम कर रहे थे। जिनमें 2 नाबालिग बच्चे शामिल हैं। जो बिना सुरक्षा किट पहने हाथों से ही बारूद का मसाला तैयार कर रहे थे। 15 किलोग्राम बारूद के भंडारण की अनुमति लेकर 60 किलोग्राम बारूद का स्टॉक किया गया था। मौके से 25 हजार तैयार सुतली बम भी जब्त किए गए हैं। वहीं बम बनाने के घातक केमिकल लापरवाही से रखे गए थे। जहां जरा सी लापरवाही बड़ी तबाही में तब्दील हो सकती थी।(Firecracker Factory)

‘मौके पर नहीं मिले संचालन से जुड़े दस्तावेज’

एसपी निश्चल झारिया ने बताया कि केवल बारूद का अवैध स्टॉक ही नहीं, बल्कि फैक्ट्री भी अवैध तरीके से संचालित पाई गई है। फैक्ट्री का लाइसेंस बैतूल निवासी अनिल दरवाई का है, लेकिन अनिल जिले से बाहर रहता है और फैक्ट्री उसका भाई राजेश दरवाई संचालित कर रहा था। फैक्ट्री में संचालन से जुड़े कोई दस्तावेज बरामद नहीं हुए। पुलिस ने राजेश दरवाई को मौके से ही गिरफ्तार किया है।(Firecracker Factory)

‘सुरक्षा के नाम पर हो रहा था खिलवाड़’

उन्होंने आगे बताया कि सुरक्षा के नाम पर वहां खिलवाड़ हो रहा था। अग्नि शमन यंत्र तो दूर की बात है, वहां तो केवल कुछ टंकियों में पानी भरा हुआ था। यानी आपातकाल की स्थिति में आग बुझाने का कोई बंदोबस्त नहीं था। वहीं पुलिस ने ये भी बताया कि पटाखे बैतूल में बनाकर गुजरात और राजस्थान में बेचे जा रहे थे और बारूद हरियाणा से लाया गया था।(Firecracker Factory)

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पुलिस ने बताया कि जो खामियां बैतूल की इस पटाखा फैक्ट्री में मिली, उन्हीं खामियों के चलते हरदा में कई जानें गई थी। पुलिस ने राजेश दरवाई को गिरफ्तार किया है और मुख्य आरोपी अनिल दरवाई की तलाश जारी है। पटाखा फैक्ट्री समेत 5 अन्य गोदामों को सील कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन अगले दो दिनों में बैतूल के सभी पटाखा गोदामों की तेजी से जांच करेगी और कमियां पाए जाने पर बड़ा एक्शन हो सकता है।