उज्जैन। इंसान के जीवन में उसके पिता की भूमिका उस कड़वे नीम की तरह होती है। जो खाने में भले (father’s Day) ही कड़वी लगती हो लेकिन उसके फायदे भी उतने ही होते हैं। हम लाख ऊंचे पायदान पर पहुंच जाएं, परंतु पिता की उस जमीनी मेहनत का कर्ज नहीं उतार सकते, जिसकी मेहनत की नींव पर बेटों की तरक्की की इमारत खड़ी होती है। पिता ही एक ऐसा शख्स होता है जो खुद की भूख की परवाह किए बगैर बच्चों के लिए खाने का इंतजाम करता है। पिता ही वो शख्स है जो चाहता है कि मेरा बेटे मुझसे भी ज्यादा तरक्की करे। इसके बदले में वो हमसे सिर्फ थोड़ा सा  प्यार और सम्मान चाहता है।

सीएम मोहन यादव ने लिया पिता का आशीर्वाद

ऐसा ही एक नजारा उज्जैन में उस समय देखने को मिला। जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने पिता का आशीर्वाद लिया। पैतृक निवास पर सीएम मोहन यादव (father’s Day) अपने 98 वर्षीय पिता पूनम चंद को प्यार करते नजर आए।काफी दिनों के बाद घर पहुंचे मोहन यादव ने पिता से काफी देर तक चर्चा की। इस दौरान उन्होंने पिता से रुपये मांगे तो पिता ने उनको अपनी जेब से 500 रुपये की गड्डी निकालकर दे दी। जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने उस नोटों की गड्डी से सिर्फ 500 रुपए निकालकर रख लिए।

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फादर्स डे पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश वासियों को फादर्स डे की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान मोहन यादव के पिता ने अपनी जेब से ट्रैक्टर रिपेयरिंग का एक बिल निकालकर बेटे को दिया। जिसको लेकर सीएम मोहन यादव ने कहा कि ये बिल मैं चुका दूंगा। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव फादर्स डे के मौके पर पिता का आशीर्वाद लेने पैतृक निवास पर जरूर आते हैं। साथ ही पिता से आशीर्वाद के रूप कुछ राशि भी लेते हैं। इस बार भी वो हमेशा की तरह अपने पैतृक गांव पहुंचे और पिता का आशीर्वाद लिया।