डिंडोरी। अस्पताल…ऐसा शब्द जहां पहुंचकर इंसान को एक हद तक ये उम्मीद होती है कि यहां आकर उसकी जान बच सकती है। एक ऐसी ही उम्मीद के साथ जिले के एक व्यक्ति को खून से लथपथ हालत में भर्ती कराया गया था। जहां घायल की गर्भवती पत्नी अपने पति के ठीक होने की उम्मीद लिए बैठी थी। हालांकि अस्पताल में घायल व्यक्ति की मौत हो गई। इसी बीच अस्पताल प्रबंधन ने एक ऐसी हरकत कर दी जिससे प्रबंधन का मानसिक दिवालियापन जाहिर हो गया। जिसको देख कर कोई भी कह देगा कि भले ही अस्पताल में लोगों की जिंदगी बचाने का काम किया जाता हो, लेकिन सच्चाई तो ये है कि खुद अस्पताल प्रबंधन की मानवता मर चुकी है।(Dindori Crime)
गर्भवती महिला से साफ कराया बिस्तर
मामला जिले के लालपुर गांव का है। जमीनी विवाद में घायल एक व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां खून से लथपथ शख्स ने दम तोड़ दिया। पत्नी के आंसू सूखे भी नहीं कि अस्पताल प्रबंधन ने उसे एक और दर्द दे दिया। 5 महीने की गर्भवती महिला से खून से सना बिस्तर साफ कराया, जो उसके पति के लेटने से गंदा हो गया था।(Dindori Crime)
महिला ने रोते हुए साफ किया बिस्तर
जिसके बाद गरीब महिला ने रोते हुए सफाई की। पत्थर दिल स्टाफ उसे खड़े होकर यह बताता रहा कि और कहां खून लगा है। जिसका वीडियो वायरल होते ही स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया और अस्पताल की मानवता पर सवाल खड़े होने लगे। जिसके बाद CMHO ने सभी स्टाफ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। तो वहीं, स्वास्थ्य केंद्र की नर्सिंग ऑफिसर और आया को निलंबित करने के साथ मेडिकल ऑफिसर को मुख्यालय अटैच कर दिया गया है।(Dindori Crime)
सीएमएचओ ने की कार्रवाई
मामले पर सीएमएचओ डॉ. रमेश मरावी ने बताया कि सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गाडासरई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बजाग में मृतक की पत्नी से चिकित्सालय का बिस्तर साफ कराया जाना मालूम हो रहा है। चिकित्सालय स्टॉफ का कृत्य अत्यंत आपत्तिजनक है। इस कारण सभी स्टाफ को नोटिस मिलने के तत्काल अपना स्पष्टीकरण, तथ्यात्मक कारणों के साथ जिला कार्यालय में प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। समय सीमा में प्रति उत्तर नहीं मिलने या स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने की दशा में कठोर कार्रवाई की जाएगी।”(Dindori Crime)
मुस्लिम लड़की को दर्शन कराने ले गया युवक, भाई ने दोस्तों के साथ मिलकर कर दी पिटाई
दरअसल, लालपुर गांव निवासी धरम सिंह का अपने ही रिश्तेदारों के साथ जमीन को लेकर कई सालों से विवाद चल रहा था। दिवाली पर वह अपने बेटों शिवराज और रघुराज के साथ फसल काटने खेत में पहुंचे। तभी कुछ लोग उनसे विवाद करने लगे। इस दौरान आरोपियों ने कुल्हाड़ी से वार कर उनकी हत्या कर दी। धरम सिंह और रघुराज ने घटनास्थल पर दम तोड़ दिया। वहीं, शिवराज को अस्पताल ले गए, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। यहां बिस्तर पर खून लगने के बाद अस्पताल ने मृतक की गर्भवती पत्नी से बेड साफ करने के लिए कहा। जिसके बाद कलेक्टर ने मामले का संज्ञान लिए तो सीएमएचओ ने सभी लोगों को नोटिस जारी किया।