भोपाल। सीएम डॉ मोहन यादव के सख्त निर्देश के बाद डीजीपी सुधीर सक्सेना ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रदेश में यौन अपराधों की प्रभावी रोकथाम के लिए सभी जोनल आईजी/ एडीजी भोपाल और इंदौर कमिश्नरेट के आयुक्त, सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिए।(DGP Sudhir Saxena)
अधिकारियों को डीजीपी के सख्त निर्देश
डीजीपी ने कहा कि आज से ही प्रदेश के सभी थाना क्षेत्रों में पिछले 10 वर्षों में लैंगिक अपराधों में शामिल रहे लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर उनकी निगरानी सुनिश्चित करें। पुलिस के विभिन्न डाटा बेस से यौन अपराधियों खासकर एक से अधिक बार इस तरह के अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों की जानकारी प्राप्त करें । डीजीपी ने कहा कि अगर वो अपना क्षेत्र छोड़कर कहीं और रह रहे हैं तो संबंधित पुलिस थाने को जानकारी दें जिससे उसकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा सके।(DGP Sudhir Saxena)
“पुनरावृत्तिकर्ता अपराधियों की तैयार करें हिस्ट्रीशीट”
डीजीपी सुधीर सक्सेना ने कहा कि अपने-अपने थाना क्षेत्र में ऐसे अपराधियों की कोई भी गतिविधि या आचरण संदिग्ध पाए जाने पर हिदायत दें और अगर जरूरी हो तो विधि के मुताबिक कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करें। इतना ही नहीं डीजीपी ने कहा कि पुनरावृत्तिकर्ता अपराधियों की हिस्ट्रीशीट तैयार करें।(DGP Sudhir Saxena)
“फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहे मामलों का लें फॉलोअप”
उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के मुताबिक पॉक्सो एक्ट या अन्य यौन अपराधों से संबंधित फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहे मामलों के त्वरित निराकरण के लिए निरंतर फॉलोअप लें और डीपीओ और अन्य संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर पीडि़त को त्वरित न्याय दिलाने का प्रयास करें।(DGP Sudhir Saxena)
“स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करें”
डीजीपी सक्सेना ने कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बच्चों की सुरक्षा के संबंध में जारी गाइडलाइन के मुताबिक जिला प्रशासन के सहयोग से व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के समस्त स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन जरूर कराया जाए। साथ ही स्कूल परिसर के आसपास के लोगों और रास्तों पर भी सजग चौकसी रहे। परिसर और वाहनों में सीसीटीवी कैमरों का चालू रहना सुनिश्चित किया जाए। किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पाए जाने पर नजरअंदाज न करें, पूरी जांच पड़ताल कर आवश्यक कदम उठाएं।(DGP Sudhir Saxena)
“ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर विशेष सतर्कता बरतें”
डीजीपी ने कहा कि सभी मैदानी पुलिस अधिकारी अपने-अपने कार्यक्षेत्र में जिला प्रशासन, नगरीय एवं ग्रामीण निकायों के संबंधित अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर ब्लैक स्पॉट्स की समीक्षा करें और विशेष सर्तकता बरतें। बीट प्रणाली को सुदृढ़ कर असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर उन पर नियमानुसार कार्रवाही करें। नगरीय एवं ग्रामीण निकायों से समन्वय कर सीसीटीवी कैमरा लगवाने का प्रयास करें।(DGP Sudhir Saxena)
समाज की सक्रिय सहभागिता करें सुनिश्चित
उन्होंने कहा कि इस तरह के अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पुलिस के साथ समाज की सक्रिय सहभागिता अनिवार्य है। इसलिए पुलिस आमजन से संवाद कायम रखे। उन्होंने कहा कि हाउसिंग सोसायटी/मल्टी स्टोरिज में महिला/बाल सुरक्षा को लेकर रहवासियों को संवेदनशील करें। रहवासियों को कहें कि किसी भी संदेही की सूचना तत्काल पुलिस को दें। साथ ही किराएदार/नौकर/अस्थायी कर्मचारी का चरित्र सत्यापन भी अनिवार्य रूप से कराएं।(DGP Sudhir Saxena)
“महिला एवं बाल सुरक्षा का रखें विशेष ध्यान”
इस दौरान डीजीपी ने नवरात्रि में गरबा स्थल पर महिला सुरक्षा का विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गरबा स्थल के आसपास विशेष पेट्रोंलिंग कराएं। गरबा स्थल के रास्तों पर ड्रोन कैमरों का भरपूर उपयोग करें। दुर्गा उत्सव समिति के वॉलंटियरों का भी सहयोग लें। गरबा स्थल पर विडियोग्राफी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।(DGP Sudhir Saxena)
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गरबा समाप्ति के बाद भी तब तक पुलिस पेट्रोंलिंग चालू रहे जब तक की सभी महिलाएं/बच्चियां सुरक्षित घर न पहुंच जाएं, हर हाल में कानून-व्यवस्था चाक चौबंद रहे। इसके लिए आसूचना तंत्र पूर्णत: सक्रिय रखें और आमजन, जनप्रतिनिधियों और विभिन्न समुदायों के गणमान्य व्यक्तियों से संपर्क भी रखें।