देवास। कड़े कानूनों के बाद भी आज दहेज प्रथा गंभीर समस्या बनी हुई है। आए दिन आपको इसके मामले सामने आ जाते हैं। ताजा मामला देवास जिले का है जहां कार की डिमांड पूरी नहीं होने पर दूल्हा और उसका परिवार बारात वापस लेकर चला गया। जिले के उदयनगर थाना क्षेत्र के दूरस्थ अंचल पीपरी में इंदौर से बारात आई, शादी की सभी रस्में निभाई गईं, लेकिन आखिरी रस्म बत्ती मिलान के समय दूल्हा कार के लिए अड़ गया। (Dewas News)
दुल्हन पक्ष ने डिमांड पूरी करने में असमर्थता जताई तो गाली-गलौज कर बिना दुल्हन के ही बारात लौट गई। इसके बाद दुल्हन पक्ष की ओर से उदयनगर थाने पहुंचकर शिकायत की गई। पुलिस ने दूल्हा समेत 9 के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। (Dewas News)
ढाई साल पहले तय हो गया था रिश्ता
लड़की के पिता हेमराज सेन के मुताबिक उसने ढ़ाई साल पहले बेटी खुशबू की शादी इंदौर के बड़ा शिव बाग कॉलोनी निवासी जयेश पिता राकेशजी श्रीवास निवासी तय किया था। रिश्ता तय करते समय हेमराज सेन ने दूल्हा पक्ष से उनकी डिमांड पूछी। जिस पर उन्होंने कहा था कि हमारी कोई डिमांड नहीं है। हमें तो केवल लड़की चाहिए। इस साल 4 दिसंबर को शादी की तारीख निकली। हमने शादी की तैयारियां शुरू कर दीं।
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लड़की के पिता ने आगे बताया कि 29 नवंबर को उनका बेटा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ तिलक लेकर इंदौर गया। यहां तिलक में 1 लाख 51 हजार रुपए नकद और सोने की अंगूठी दूल्हा पक्ष को दी। इसके बाद 4 दिसंबर को शादी की आखरी रस्म बत्ती मिलाई के लिए दूल्हा पीपरी पहुंचा। यहां उसने रस्म पूरी करने से मना कर दिया। बोलने लगा कि हमें कार चाहिए। जिस पर मैंने कहा कि इतनी मेरी हैसियत नहीं है। इस पर वे बोले तो आपने संबंध क्यों किया? हमारी ओर से डिमांड पूरी न कर पाने पर दूल्हा उसके परिजन शादी बीच में छोड़कर वापस चले गए। हमारी मांग है कि उस लड़के और उसके परिवार के साथ कानून ऐसा फैसला करे, जिससे वो न तो भविष्य में शादी कर पाए और न ही उसे समाज की कोई लड़की मिले।
कार के लिए मना करने पर मुझे छोड़कर चले गए
अपने परिवार के साथ थाने पहुंची दुल्हन खुशबू ने पुलिस को बताया कि जयेश बारात लेकर परिवार के साथ हमारे यहां पहुंचा। रात में शादी की सारी रस्में निभाई जा रही थीं। रात में करीब 1.30 बजे लग्न थी। लग्न के बाद बत्ती मिलान की रस्म सुबह करीब 5.00 बजे हुई। दूल्हे जयेश, उसके पिता राकेश, उसकी बहन खुशबू, जीजा जितेन्द्र समेत इंदौर से उनके साथ आए बाराती बत्ती मिलान की रस्म में शामिल हुए। इस दौरान दूल्हे समेत उसके परिवार ने दहेज के रूप में कार डिमांड करने लगे।
इस पर पिता ने कहा- हमने अपने हैसियत अनुसार आपको सारा सामान दिया। कार देने में असमर्थ हूं। इस पर सभी ने पिता और मेरे परिवार को बहस करते हुए गालियां देना शुरू कर दिया। मेरे पिता और परिवारवालों ने गालियां देने से मना किया तो वे लोग बारात लेकर वापस इंदौर चले गए।
वहीं इस मामले पर दुल्हन की मौसी ने कहा कि रिश्ते तय होने से लेकर शादी के दिन तक करीब ढाई साल हम लोगों ने उनसे बात की। लेकिन इस दौरान उनकी ओर से कोई डिमांड नहीं की गई। तिलक में जो डिमांड की हमने सबकुछ किया। 15 दिन पहले भी बताते तो हम सोचते क्या करना है। उन सभी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।