दमोह। दमोह जिले के बांसा तारखेड़ा गांव में सोमवार को हुए ट्रिपल मर्डर केस (Damoh Triple Murder Case) से पूरा इलाका दहला हुआ है। इस बीच मंगलवार की सुबह जैसे ही तीनों शव जिला अस्पताल से उनके घर पहुंचे। परिजनों ने दमोह-सागर स्टेट हाईवे पर शवों को रखकर चक्का जाम कर दिया। विरोध की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया।

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आरोपियों को गिरफ्तार करने की कर रहे मांग

चक्का जाम कर रहे मृतकों के परिजनों की मांग है कि सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। इसके साथ ही जो लोग इस हत्याकांड (Damoh Triple Murder Case) में शामिल हैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। परिजनों को मनाने के लिए सीएसपी और एसडीएम मौके पर पहुंचे, लेकिन उनका कहना है कि कलेक्टर और एसपी जब तक आकर उनसे बात नहीं करते वो यहां से नहीं हटेंगे।

इसके बाद कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे। जिसके बाद परिजनों ने उन्हें बताया कि इससे पहले भी उन्होंने हत्या की आशंका को लेकर पुलिस में शिकायत की थी लेकिन उस समय पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। तब यदि पुलिस कोई एक्शन ले लेती तो आज ये नहीं होता।

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परिजनों ने कलेक्टर और एसपी से आरोपियों की गिरफ्तारी और अन्य वो लोग जो इस हत्याकांड में शामिल हैं उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की। इस पर कलेक्टर ने कहा कि पुलिस कार्रवाई कर रही है, बहुत जल्दी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। खबर लिखे जाने तक पुलिस और प्रशासन के लोग मृतकों के परिजनों से बात कर उन्हें मनाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। वहीं, चक्का जाम की वजह से स्टेट हाईवे पर लंबा जाम लग गया है।

बता दें कि बांसा तारखेडा गांव में जमीन विवाद के चलते एक महीने पहले हुई मारपीट से गुस्साए युवकों ने सोमवार को एक ही घर के तीन लोगों का मर्डर कर दिया गया था। मरने वालों में होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा, उसका बेटा उमेश विश्वकर्मा और भतीजा विक्की विश्वकर्मा शामिल हैं।