धार। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज यानि 2 मार्च को अमझेरा आ रहे हैं। CM यहाँ के प्रसिद्ध अमका झमका मंदिर के दर्शन भी करेंगे। CM के आगमन पर क्षेत्र की जनता को अमझेरा के तीर्थ के रूप में विकसित करने एवं 1857 की क्रांति के नरेश महाराव बख्तावर सिंह राठौड़ के महल परिसर एवं जीर्णोद्धार की आस है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज धार जिले का दौरा करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री यहां रोड शो के साथ आम सभा को संबोधित करेंगे। यहां आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होकर जनहित योजनाओं की राशि का अंतरण तथा विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण करेंगे। क्षेत्रीय विधायक प्रताप ग्रेवाल ने म.प्र. विधानसभा के फरवरी 2024 के विधानसभा सत्र में अपने अभिभाषण में कहा था कि प्रदेश में जहां-जहां भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के चरण पड़े, उन जगहों को सरकार तीर्थ स्थल बनाने की योजना कर रही है।

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ऐतिहासिक एवं पौराणिक नगरी अमझेरा

धार जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर मांगोद मनावर मार्ग पर बसा अमझेरा नगर ऐतिहासिक एवं पौराणिक नगरी के रूप मे विख्यात है। नगर का प्राचीन नाम कुंदनपुर था जो अब अमझेरा है। प्राचीन क्वीदंती अनुसार द्वापर काल मे रुक्मिणी जी अम्बिका माता का पूजन करने अमका झमका मंदिर पहुंची थी, तभी यहां रथ लेकर भगवान श्री कृष्ण आए और रुखमणि का हरण कर अपने साथ द्वारिका ले गये। मंदिर के पीछे आज भी रथ के पहिये के निशान इस बात का प्रमाण हैं। परिसर मे ही चामुंडा माता मंदिर, भैरव जी, ओघड बाबा के मंदिर एवं प्राचीन कुण्ड स्थित है। वहीं कुछ दूरी पर गुफ़ा में बैजनाथ महादेव, राज राजेश्वर महादेव एवं झमका माता का मंदिर स्थित है। अति प्राचीन स्थान होने से यहां आत्मिक शांति का अनुभव होता है। वर्षा ऋतू मे यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण होकर कल-कल करते झरने आनंदित करते हैं। गुजरात, महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों से भी बड़ी संख्या मे यहां श्रद्धालु देवी का पूजन करने पहुंचते हैं।

बता दें यहाँ सच्चे मन से की गई प्रार्थना स्वीकार होती है। मंदिर परिसर मे जनसहयोग से वर्तमान मे जीर्णोद्धार के कार्य किये जा रहे हैं। 1857 की क्रांति मे अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमझेरा नरेश महाराव बख्तावर सिंह राठौड़ का किला भी स्थित है।