रायपुर। नक्सली मुठभेड़ को लेकर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का बयान सामने आया है। डिप्टी सीएम ने कहा है कि नारायणपुर, दंतेवाड़ा के फाइटर्स की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। ये सुरक्षा बलो के शौर्य का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि लक्ष्य का क्या है निर्धारित करें। हम सभी सुविधाएं और सुरक्षा देने के लिए तैयार हैं।

नक्सली के पत्र को लेकर विजय शर्मा ने कहा— बंदूक छोड़ना पड़ेगा। सरकार आग्रह करती है कि नक्सली मुख्यधारा में जुड़ें, पुनर्वास करें। लक्ष्य क्या हैं निर्धारित करें। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन जहां आवश्यक हैं वहां तो करना होता है।

चाणक्य की बात करके ब्राह्मण की बात करके नकारा नहीं जा सकता। वो कहते हैं वहां सड़क नहीं बनाई जाए, लाइट नहीं लगाई जाए। उनका लक्ष्य जनकल्याण है तो हमको भी जनकल्याण ही करना है एक लक्ष्य से जुड़ें।

खुद को टटोलें
नक्सल सेंट्रल कमेटी की बात पर उन्होंने कहा कि उनके बीच में भी दिक्कतें हैं। ऊपर के अधिकारी अन्य प्रदेशों के हैं और जो समान ढोने वाले हैं छत्तीसगढ़ के हैं। जाति प्रमाणपत्र को लेकर भूपेश बघेल के बयान पर डिप्टी सीएम ने कहा— जिस धर्म में जाति व्यवस्था नहीं है। उन्हें सार्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है। वहीं झीरम कांड पर विजय शर्मा ने बयान देते हुए कहा— मैने कहा था सबूत जेब में रखें हैं तो टटोल लिया जाए। मेरा आग्रह है कि खुद टटोल कर देख लें। आप पांच सालों तक सीएम थे आपको यह बात नहीं कहनी चाहिए।

कवर्धा मामले पर बोले
कवर्धा मामले में पर डिप्टी सीएम ने कहा—उनका यह कहना दुर्भाग्य जनक है। उन्होंने अपनी सरकार में काम नहीं किया। उन्होंने हमें क्या दिया है वो साफ दिखाई दे रहा है। भूपेश बघेल के नगर सैनिकों को केस सौंपे जाने वाले बयान पर बोले कि केस जिसको जिसको सौंपना होगा सौंपा जाएगा। न्याय होना जरूरी बात है।