भिंड। 21 वर्षीय रेप पीड़िता ने शनिवार को फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस राजीनामा करने का दबाव बना रही थी, इसी के चलते बेटी ने जान दे दी। वहीं, परिजन एसपी को मौके पर बुलाने के लिए अड़ गए। उन्होंने कई घंटे शव को फंदे से नहीं उतारने दिया।(Bhind News)

एएसपी के आश्वासन के बाद खत्म हुआ धरना

दरअसल, दबोह थाना क्षेत्र के देवरी गांव में पीड़ित परिजनों ने आरोपी की गिरफ्तारी और दबाव बनाने वाले एसआई भान सिंह सिसोदिया पर कार्रवाई को लेकर भिंड-भांडेर मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। परिजनों की मांग पर एएसपी संजीव पाठक ने मामले की जांच दबोह पुलिस से हटाकर लहार थाना प्रभारी रविंद्र शर्मा से कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। तब जाकर परिजनों ने धरना खत्म कर दिया। एएसपी ने बताया, ‘एसपी डॉ. असित यादव ने दबोह थाने के एसआई भान सिंह सिसोदिया को लाइन अटैच करने के निर्देश दिए हैं।’(Bhind News)

‘शादी का झांसा देकर बेटी को ले गया था’

वहीं, युवती के पिता ने बताया कि ‘दतिया जिले के कर्रा गांव निवासी वीरेंद्र राजपूत शादी का झांसा देकर बेटी को 27 मई को ले गया था। चार दिन बाद लौटे तो वीरेंद्र शादी करने की बात से मुकर गया। हमने 31 मई को दबोह थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद मामले में सौरभ को हाईकोर्ट से जमानत मिली थी।(Bhind News)

‘दबोह पुलिस नहीं कर रही थी सुनवाई’

उन्होंने बताया, ‘बेटी से दुष्कर्म के बाद हम लोग कई दिनों से दबोह पुलिस थाने के चक्कर लगा रहे थे। कोई सुनवाई नहीं की गई। दबोह थाने में पदस्थ एसआई भान सिंह सिसोदिया राजीनामा करने का दबाव बनाते रहे। शनिवार दोपहर को भी उन्होंने राजीनामा करने के लिए धमकी दी। इससे दुखी होकर बेटी ने फांसी लगा ली।’(Bhind News)

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‘आरोपों की जांच कराई जा रही है’

एसपी असित यादव ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है।दुर्षकर्म के आरोपी को पकड़ लिया गया है। दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों द्वारा पुलिस और आरोपी के परिजनों पर दबाव राजीनामा के लिए दबाव बनाए जाने के आरोपों की जांच कराई जा रही है।