भिंड। भिंड नगर पालिका ने नेत्रहीनों यानी दृष्टिबाधितों के लिए ड्राइवर और फायरमैन की नौकरी के लिए आवेदन मांगे हैं। यह नोटिफिकेशन सुनने में जरूर अटपटा लग रहा हो पर ये सच है। मिली जानकारी के मुताबिक भिंड नगर पालिका ने विशेष भर्ती के तहत केवल नेत्रहीनों से ड्राइवर और फायरमैन के लिए आवेदन मंगवाए थे। इस अजीबोगरीब विज्ञापन जारी होने के बाद ही चर्चा का विषय बन गया था। इसे लेकर आगे फजीहत न हो नगरीय प्रशासन के जीडी ने सीएमओ को निर्देश देकर पूरी भर्ती प्रक्रिया पर ही रोक लगा दी थी। (Bhind Nagar Palika recruitment controversy)
334 आवेदन आ भी गए
दरअसल, जबलपुर हाईकोर्ट में दायर एक याचिका के संबंध में आदेश के बाद प्रदेश के अलग-अलग निकायों में दिव्यांगों के लिए विशेष भर्ती निकाली गई है। भिंड नगर पालिका ने भी तीन महीने पहले यानी 30 अगस्त को नियमित वाले 7 पद और संविदा कर्मचारियों के 19 पद की एक विज्ञप्ति जारी की थी। खास बात ये है कि इसके लिए 334 आवदेन आ भी गए थे। (Bhind Nagar Palika recruitment controversy)
मामला और दिलचस्प होता लेकिन इससे पहले ही नगर पालिका को अपनी गलती का अहसास हो गया और उसने विज्ञापित भर्ती रोक लगा दी। इसके साथ ही नगर पालिका प्रशासन ने यह माना कि व्यवहारिक तौर पर दोनों पद के लिए दृष्टि बाधितों को भर्ती नहीं किया जा सकता।
‘कैंटीन वाला जानकर, फ्लावर समझा क्या..’, पुष्पा-2 का फाइट सीन देख कैंटीन मालिक ने चबा डाला शब्बीर का कान..!
20 सितंबर थी आखिरी तारीख
बता दें कि नगर पालिका द्वारा जारी भर्ती विज्ञापन नियमित व संविदा दोनों श्रेणी में ड्राइवर के एक-एक पद दृष्टिबाधित और कम दिखने वालों के लिए थे और इसी तरह फायरमैन के लिए भी ऐसे ही पद थे। पदों पर भर्ती के लिए ऑफलाइन आवेदन मांगे गए थे, जिसकी अंतिम तारीख 20 सितंबर 2024 थी।
भिंड नगर पालिका की ओर से दृष्टिबाधित के लिए निकाली गई ड्राइवर की भर्ती के लिए नगर पालिका में कुल 22 लोगों ने आवेदन किया था। जिसमें से 16 नियमित पद के लिये और 6 आवेदन संविदा पद के लिए आए थे। इनमें साफ तौर पर लिखा गया था कि इस पद के लिए आवेदक का दृष्टिबाधित और कम दिखना जरूरी है।
ड्राइवर और फायरमैन की नौकरी के लिए नेत्रहीनों से आवेदन मांगना आजीबोगरीब तो था ही लेकिन उससे भी हास्यपद था नेत्रहीनों का आवेदन करना। क्योंकि सवाल यह उठता है कि नेत्रहीन या कम दिखने के बावजूद भी उनका ड्राइविंग लाइसेंस कैसे बन गया। उन्होंने कैसे लाइसेंस बनवाकर अपने आवेदन में लगा दिए?
मामला और भी दिलचस्प होता लेकिन उससे पहले ही भिंड नगर पालिका ने अपनी गलती सुधारते हुए दृष्टि बाधित और कम दिखने वाले के लिए जारी भर्ती विज्ञापन पर रोक लगा दी।