श्रीनगर। अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को पहली बार कश्मीर जा रहे हैं। प्रधानमंत्री के दौरे से पहले ही राजधानी में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। अर्धसैनिक बलों की टीम झेलम नदी से लेकर शहर के अलग-अलग हिस्सों में पट्रोलिंग कर रही हैं।
पीएम मोदी श्रीनगर के एक स्टेडियम में ‘विकसित भारत, विकसित कश्मीर’ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और 5000 करोड़ के प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे। देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और जम्मू-कश्मीर में भी इस साल विधानसभा चुनाव कराने की उम्मीद की जा रही है। देश के दूसरे राज्यों की तरह ही कश्मीर का विकास और व्यवस्थाएं केंद्र सरकार का लक्ष्य हैं। इसके लिए लगातार प्रयास भी किए जा रहे हैं। हालांकि यह स्थान प्रारंभ से संवेदनशील रहा है और यहां किसी भी कार्यक्रम को कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच किया जाता है। ऐसे में पीएम मोदी का दौरे ने एक बार फिर सुरक्षा ऐजेंसियों को चौकान्ना कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर में साल 2018 में पीडीपी और बीजेपी का गठबंधन टूटा उस वक्त के राज्य की सरकार गिर गई। बीते साल अनुच्छेद 370 की संवैधानिक वैधता को बरक़रार रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सितंबर 2024 तक राज्य में विधानसभा चुनाव कराने की कोशिश करनी चाहिए।