एंटी करप्शन ब्यूरो और ईओडब्ल्यू ने बहुचर्चित शराब घोटाला मामले को लेकर कार्रवाई करते हुऐ 12 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है। जिसमें सरगांव स्थित भाटिया, डिस्टलरी और कोटा के वेलकम डिस्टलरी में छापेमारी का जोर देखने को मिला। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग समेत कई अन्य जिलों में एसीबी और ईओडब्ल्यू ने सुबह तड़के छह हजार करोड़ के शराब घोटाले मामले में शामिल लोगों के यहां दबिश दी है।

इनमें शामिल बिलासपुर, सरगांव के भाटिया डिस्टलरी, कोटा के वेलकम डिस्टलरी, दुर्ग जिले के कुम्हारी स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर के अनवर ढेबर, विवेक ढांढ, अनिल टुटेजा सहित अन्य लोगों के यहां कड़ी जांच चल रही है। एंटी करप्शन ब्यूरो और ईओडब्ल्यू टीम इन जगहों पर पहुंचकर सजगता से कागजों की जांच-पड़ताल करी है। इन सभी करोबारियों के नाम आईडी की चार्जशीट में भी शामिल हैं।

किन लोगों के घर पर हुई कार्रवाई?

ईओडब्ल्यू को द्वारा कड़ी कार्रवाई में कई बड़े नामी लोगों के घर छापेमारी हुई है। जिनमें पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांढ,पूर्व आईएएस निरंदास दास, पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, सरकारी शराब कंपनी के पूर्व एमडी अरुणपति त्रिपाठी, आबकारी अधिकारी सौरभ बख्शी, अशोक सिंह, अरविंद सिंह, सिद्धार्थ सिंघानिया, अनवर ढेबर और नोएडा में विधु गुप्ता आदि शामिल हैं।

ऐसे अचानक हुई कार्रवाई से प्रदेश के शराब कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी अपना काम कर रही हैं। जांच में जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई होगी।