भोपाल। मध्यप्रदेश आरटीओ के पूर्व कॉन्सटेबल सौरभ शर्मा से जुड़े लोगों के ठिकानों पर जांच एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही है। सौरभ को लेकर एजेंसियों द्वारा नोटिस जारी किया जा चुका है। इस बीच सौरभ ने सरकार को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। पूर्व आरटीओ कॉन्सटेबल के वकील ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षा मिलेगी तो वह सामने आने को तैयार है। (Saurabh Sharma case)

मामले में बड़ा खुलासा करने की कही बात

सौरभ के वकील सूर्यकांत भुजाड़े ने बताया कि सौरभ ने पत्र में लिखा है कि यदि उसके परिवार और उसे जान की सुरक्षा की गारंटी मिले तो वो जांच एजेंसियों के सामने आएगा और मामले में बड़ा खुलासा करेगा। इस मामले में कई नौकरशाहों और राजनेताओं के नाम भी जुड़े हैं। वकील ने कहा कि सौरभ आसान टारगेट है इस वजह से उस पर सारा आरोप मढ़ दिया। (Saurabh Sharma case)

वकील ने बताया कि ‘लोकायुक्त प्रेस कांफ्रेंस करे कि उससे सौरभ को जान का खतरा नहीं, बल्कि वो सुरक्षा मुहैया करवाएगी। जांच एजेंसियों ने माइंड सेटअप ही बना लिया कि आरोपी सौरभ है, जबकि इसमें दूसरे लोग जिम्मेदार हैं। जो पैसा पकड़ा गया है वो सौरभ शर्मा का नहीं है। पकड़ा गया सोना, कैश, अकूत संपत्ति सब ब्यूरोकेट्स और राजनेताओं का है। यह पुराना सिंडिकेट है। यह 07 साल के कांस्टेबल का अपराध नहीं है।’

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सौरभ के करीबियों पर कार्रवाई जारी

इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों ने गुरुवार को भोपाल और ग्वालियर में 8 जगहों पर रेड मारी है। भोपाल में इंद्रपुरी स्थित नवोदय हॉस्पिटल के संचालक डॉ. श्याम अग्रवाल के ठिकानों सहित चार स्थानों और ग्वालियर में पूर्व सीनियर सब रजिस्ट्रार केके अरोरा के ठिकानों पर की गई है।

बासवानी के बिजनेस पार्टनर हैं अरोरा

केके अरोरा आरटीओ के पूर्व कॉन्सटेबल सौरभ शर्मा के करीबी बताए जा रहे हैं। ईडी की टीम गुरुवार तड़के उनके सभी ठिकानों पर पहुंच गई थी। अधिकारी वहां मिले दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं। अरोरा विनय हासवानी के बिजनेस पार्टनर हैं। हासवानी के भोपाल स्थित फॉर्महाउस पर ही 54 किलो सोना और 11 करोड़ कैश से लदी कार मिली थी। हासवानी सौरभ के रिश्तेदार हैं।