बलौदा बाजार, दीपेंद्र शुक्ला । बलौदा बाजार जिले के ग्राम खटियापाटी में सरपंच और सचिव द्वारा फर्जी बिल लगाकर आर्थिक अनियमितता किए जाने का मामला सामने आया है। उपसरपंच द्वारा सूचना के अधिकार (Right to Information)  का इस्तेमाल किए जाने के बाद निकाले गए दस्तावेज से यह स्पष्ट हुआ है कि जिन जगहों पर काम हुआ ही नहीं है वहां का बिल लगाया गया है। इस संबंध में उपसरपंच ने जनपद पंचायत में लिखित शिकायत दर्ज कराई, मामले में जनपद पंचायत ने जांच शुरू कर दी है।

ऐसे हुआ आर्थिक अनियमितता का उजागर

बलौदा बाजार जनपद पंचायत में खटियापाटी के उपसरपंच द्वारिका प्रसाद साहू ने ग्राम पंचायत खटियापाटी से सूचना के अधिकार के तहत मिले दस्तावेज के आधार पर जनपद पंचायत सीईओ से सरपंच और सचिव पर आर्थिक अनियमितता किए जाने की शिकायत की है। बताया है कि 2020-21 और 2021-22 में स्वच्छता अभियान चलाए जाने का फर्जी बिल लगाया गया है।

ट्रैक्टर मालिकों का भी फर्जी बिल लगाया

यही नही सरपंच द्वारा ट्रैक्टर मालिकों का फर्जी बिल भी लगाया गया है। उपसरपंच ने इस पूरे मामले में कार्रवाई करने की मांग की है। ट्रैक्टर मालिक हरिश्चंद्र साहू ने कहा कि गौठान में उन्होंने बजरी नहीं डाला फिर भी फर्जी बिल उनके नाम से लगाया गया है। इसी प्रकार उत्तम ध्रुव ने कहा कि उनके नाम से फर्जी बिल सरपंच ने लगाया है। खेदू राम साहू ने कहा कि मैं न तो बिल दिया है और न ही नाला बंधाई का काम किया है। शिव प्रसाद कुर्रे ने कहा कि सफाई होते हुए कभी नहीं देखे।

क्या बोली सरपंच

सरपंच प्रमिला ध्रुव ने कहा कि झूठे आरोप लगाए गए हैं। मैं सभी काम पांचो पंचों की सहमति से करती हूं। जनपद पंचायत बलौदा बाजार से जांच अधिकारी महिलांगे बनाए गए। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान सरपंच के तरफ से कहा गया कि डेढ़ लाख रुपए के मामले में पहले बात की जाए, इसलिए लिखित में इनसे इनका कथन मांगा गया है। अब देखना होगा कि जांच में क्या निकलता है और आर्थिक अनियमितता करने वाले सरपंच और सचिव के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।