रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्व की भूपेश बघेल सरकार में हुए कथित 2 हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले की आग एक साल से ज्यादा समय होने के बाद भी नहीं बुझी है। इस मामले को लेकर पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के आवास पर ईडी ने तीन दिन पहले छापेमारी की थी। जिसके बाद से सूबे की सियासत गरमा गई है। ईडी ने इस मामले में पूछताछ के लिए लखमा और उनके बेटे को बुलाया था, लेकिन वो नहीं पहुंचे। जिसे लेकर भाजपा ने सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी कर उन पर हमला किया है। (Chattisgarh liquor scam)

दाल में बहुत कुछ काला है

सोशल मीडिया पर भाजपा ने एक पोस्ट की है। जिसमें, कवासी लखमा के ईडी दफ्तर न पहुंचने को लेकर कहा कि भूपेश के कुशासन में हुए 2000 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में ED के पूछताछ में बुलाए जाने पर पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा नहीं पहुंचे। उनका ED से बचना ये बताता है कि दाल में बहुत कुछ काला है। पार्टी ने आगे कहा, ‘ईडी की पूछताछ में कवासी लखमा सहयोग नहीं कर रहे हैं और मलाई चाटकर खुद को अनपढ़ बता रहे हैं।’ (Chattisgarh liquor scam)

बता दें कि शनिवार-रविवार को ईडी (प्रवर्तन मंत्रालय) ने 5 जगहों पर 15 घंटे तक छापेमारी की। इसमें पूर्व मंत्री कबासी लखमा, उनके बेटे हरीश लखमा और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर ED ने दबिश दी। इस दौरान एजेंसी ने कुछ लोगों को अपनी कस्टडी में भी लिया है। वहीं कवासी लखमा और इस मामले से जुड़े कुछ लोगों को समन जारी किया है।

ईडी ने शनिवार (28 दिसंबर) को पूर्व मंत्री कवासी लखमा के धरमपुरा स्थित बंगले और सुकमा स्थित दो मकानों में रेड मारी है। इनमें से एक मकान में उनका बेटा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी अपने परिवार के साथ रहता है, वहीं दूसरे मकान में भी उनके परिवार के सदस्य रहते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक इस कार्रवाई में ईडी ने कैश, दस्तावेज, मोबाइल समेत इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किया है। इसके साथ ही लखमा के करीबियों के घर से भी कुछ दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

कवासी लखमा के अलावा ईडी ने उनके करीबियों के ठिकानों पर भी रेड मारी। इनमें सुकमा नगर पालिका के अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू, ठेकेदार अभिषेक सिंह भदौरिया, रायपुर में सुशील ओझा और धमतरी में कांग्रेस नेता रामभुवन कुशवाहा के नाम शामिल हैं।

New Year से पहले रायपुर में डबल मर्डर, दो युवकों की पत्थर से कुचलकर की हत्या, मृतकों में बजरंग दल खंड संयोजक भी

छापेमारी के बाद क्या बोले लखमा?

ईडी के इस एक्शन के बाद कांग्रेस विधायक कबासी लखमा का बयान सामने आया। उन्होंने इस छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताया है। लखमा ने कहा कि विधानसभा में सवाल उठाने और सरकार को घेरने की वजह से उनके घर पर छापेमारी की गई है।

पूर्व की बघेल सरकार में कैबिनेट मंत्री लखमा ने इस कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मैंने बड़े घोटाले को उजागर किया था, जिस वजह से छापा मारा गया है। पंचायत चुनाव को देखते हुए बीजेपी बदनाम करने की राजनीति कर रही है। मेरे घर से जांच एजेंसी को एक कागज भी नहीं मिला है।

लखमा ने बताया कि उन्हें इस घोटाले की कोई जानकारी नहीं है। विभाग के अधिकारियों ने गड़बड़ी की है। उन्होंने विभाग के एक अधिकारी का नाम लेते हुए कहा, मुझे एपी त्रिपाठी जैसे अधिकारियों ने अंधेरे में रखा। मैं अनपढ़ हूं, अधिकारी जो दस्तखत लेकर आते थे, उस पर मैं सिर्फ दस्तखत करता था। अधिकारी ही कागज को पढ़ते लिखते थे। उन्होंने कहा कि मुझे इस घोटाले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ईडी ने मुझसे संपत्ति की जानकारी मांगी है, जो मैं दूंगा। ED के ऑफिसर्स मेरा और मेरे बेटे का मोबाइल अपने साथ ले गए हैं। उन्होंने मुझसे पूछताछ भी की है।