भोपाल। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री और एमपी के टीकमगढ़ से सांसद डॉ. वीरेंद्र खटीक इन दिनों चर्चा में हैं। दरअसल, उन्होंने अपने समर्थकों को पैर छूने से मना किया है। इसके लिए उन्होंने अपने दफ्तर और घर की दीवार पर नोटिस लगाया है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं, वह अक्सर टीकमगढ़ शहर में पैदल घूमते हुए नजर देखे जाते हैं। (Union Minister Dr. Virendra Khatik)
डॉ. खटीक ने यह अनूठा आदेश अपने दफ्तर और घर के बाहर लगवाया है। इस नोटिस में कहा गया है कि’पैर छूना सख्त मना है।’इसके नीचे लगे एक और नोटिस में लिखा है, ‘जिसने पैर छुए उसके काम की सुनवाई नहीं की जाएगी।’ मंत्री जी के यहां लगा यह नोटिस अब चर्चा का विषय बना हुआ है। (Union Minister Dr. Virendra Khatik)
मंत्री का कहना है कि अब से कोई ग्रामीण जनता और कार्यकर्ता उनके पैर नहीं छूएगा। उनका साफ तौर प कहना है कि यह पुरानी परंपरा है, जिसें मैं खत्म करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि जनता सर्वोपरि है। उसी की वजह से हम मंत्री-सांसद और विधायक बनते हैं, फिर कैसा गुरूर?
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कहा है, ‘सबका साथ, सबका विकास’, फिर क्यों जनता अपने जनप्रतिनिधियों के पैर छुए। यह गलत है, इससे जनता में गलत संदेश जाता है। उन्होंने कहा कि जिस जनता ने हमें इस पद तक पहुंचाया उसे हम अपने आगे कैसे झुकने दें, यह गलत है, इसलिए सभी जनप्रतिनिधियों को पैर पड़वाने वाली प्रथा को बंद कर देना चाहिए।
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कौन हैं वीरेंद्र खटीक?
डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक का सियासी सफर काफी लंबा रहा है। वह पहली बार साल 1996 में सागर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। इसके बाद साल 2009 के लोकसभा चुनाव में डॉ. खटीक टीकमगढ़ लोकसभा सीट के आरक्षित होने के बाद वहां से चुनाव लड़े और जीत हासिल की। इसके बाद उन्होंने साल 2014, 2019 और 2024 में भी उन्होंने टीकमगढ़ सीट से ही जीत दर्ज की।
उन्हें साल 2017 में केंद्र में राज्य मंत्री बनाया गया था। 2019 में दोबारा चुनाव जीतने पर उन्हें मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया। साल 2024 के बाद उन्हें दोबारा मोदी कैबिनेट में जगह दी गई। इस तरह डॉ. वीरेंद्र खटीक को लगातार तीन बार केंद्रीय मंत्री बनाया गया।