इंदौर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने दो दिवसीय दौरे पर रविवार को इंदौर जिले के महू कैंट एरिया पहुंचे। उनके साथ थलसेना अध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी भी हैं। राजनाथ सिंह आज दोपहर करीब 12.10 बजे सेना की हैलिकॉप्टर से आर्मी वॉर कॉलेज के हैलीपेड पहुंचे। अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान वो आर्मी की सभी यूनिट्स का दौरा करेंगे। (Rajnath Singh Mhow visit)
सैनिक राष्ट्र निर्माण के अग्रदूत
रक्षा मंत्री ने महू स्थित आर्मी वॉर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे और वहां मौजूद जवानों और अधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा,‘ महू में एक लंबे समय से आर्मी वॉर कॉलेज, इन्फेंटरी स्कूल और मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलिकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग भी सेवाएं दे रहे हैं। स्थापना के समय से ही ये संस्थान भारतीय सेनाओं के ऑफिसर्स और जवानों को मिलिट्री स्ट्रेटजीस और युद्ध कौशल में पारंगत बना रहे हैं। (Rajnath Singh Mhow visit)
राजनाथ सिंह ने कहा,’मैं राष्ट्र के प्रति आप सभी की सेवा के लिए भी आभार प्रकट करता हूं। आपका समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा प्रेरणा का काम करती है। हमारा लक्ष्य है कि 2047 तक भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाया जाए। इस लक्ष्य की प्राप्ति में, सेना की भूमिका बेहद अहम है। आप केवल सीमाओं के रक्षक ही नहीं हैं, बल्कि आप इस राष्ट्र के निर्माण के अग्रदूत भी हैं। आपके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। आपको एक तरफ तो, हमारी सीमाओं का भार संभालना है। दूसरी तरफ, विकसित भारत के निर्माण की नींव भी रखनी है।’
अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने आगे कहा, ‘हमें खुद को हमेशा अलर्ट रहने की आवश्यकता है। आपका अनुशासन साधना से कम नहीं। देश की उत्तरी और पश्चिमी सीमा पर लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमारे दुश्मन बाहरी हों या आंतरिक, हमें उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखनी होगी।’
Balaghat News : पूर्व सांसद को पुलिस ने किया गिरफ्तार, धान खरीदी केंद्र के कर्मचारियों से मारपीट करने का लगा है आरोप
अंबेडकर की जन्मस्थली भी पहुंचे
आर्मी वॉर कॉलेज में हुए कार्यक्रम के बाद रक्षामंत्री संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली पहुंचे। वहां उन्होंने बाबसाहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके अस्थि कलश पर पुष्प अर्पित किए।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 29, 2024
इस बारे में उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर जी की महू स्थित जन्म स्थली के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। संविधान की रचना में योगदान के साथ-साथ स्वाधीन भारत की संस्थाओं के निर्माण में बाबा साहेब की भूमिका अतुलनीय रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने बाबासाहेब से जुड़े स्थानों को ‘पंच तीर्थ’ के रूप में विकसित करने का महती काम किया है। बाबा साहेब का योगदान भारत की आने वाली पीढ़ियाँ याद रखेंगी। जय भीम!’