भोपाल। टाइगर सफारी के देश-विदेश में प्रसिद्ध पेंच टाइगर रिजर्व से एक बुरी खबर आई है। यहां एक बाघ का शव मिला है। मिली जानकारी के मुताबिक टाइगर रिजर्व के कुरई परिक्षेत्र अंतर्गत पश्चिम खामरीट बीट में बाघ का शव मिला है। वहीं इससे पहले नर्मदापुरम के बांसपानी के जंगल में हुई बाघ की मौत का खुलासा भी हो गया है। उसकी मौत जंगली सुअर के शिकार के लिए लगाए फंदे में फंसने से हुई थी। इस मामले में वन विभाग की टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। (Tiger dies in Pench)
आपसी संघर्ष में हुई थी बाघ की मौत
बाघ की मौत मामले में टाइगर रिजर्व के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार की सुबह पेंच टाइगर रिजर्व खामरीट बीट में गश्त कर रही वन विभाग की टीम को तेज दुर्गंध आई। जिसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें कुछ ही दूरी पर उन्हें बाघ का शव मिला। गश्ती दल ने इसकी जानकारी सीनियर अफसरों को दी। (Tiger dies in Pench)
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अधिकारी ने बताया कि जहां बाघ का शव मिला वहां मिट्टी के आसपास खून के निशान मिले हैं। जिन्हें देखकर शिकार की संभावना जताई गई। इसके बाद डॉग स्क्वाड की सहायता से इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन इस दौरान डॉग यहां वहां न जाकर शव मिलने वाले स्थान पर ही घूमता रहा। इसके बाद विभाग की टीम ने बाघ की मौत की असली वजह पता लगाने के लिए शव को पीएम के लिए भेजा।
शव के पोस्टमॉर्टम में सामने आया कि मारे गए बाघ की उम्र 3 से 4 साल थी। उसके शरीर पर दूसरे बाघ के नाखून और दात के निशान मिले। इन गहरे घावों से अत्यधिक खून बह गया, जिससे बाघ की मौत हो गई। इस तरह सामने आया कि बाघ की मौत शिकार नहीं बल्कि दूसरे बाघ से हुए खूनी संघर्ष में गई।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पेंच समेत राज्य के अन्य टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ती जा रही है। यहां का हर बाघ अपना एक इलाका बना लेता है। यदि उसके इस इलाके में दूसरा कोई बाघ आता है तो दोनों के बीच वर्चस्व की लड़ाई होती है। इसी वजह से कई बार बाघ की मौत हो जाती है।