जगदलपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। रविवार को वह बस्तर ओलंपिक समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुआ। इस दौरान अपने संबोधन में शाह ने कहा कि बस्तर ओलंपिक का आयोजन नक्सलवाद के ताबूत में अंतिम कील ठोकने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि यह आयोजन युवाओं को गलत रास्ते पर जाने से रोकेगा। (Home Minister Amit Shah)

‘यह ओलंपिक गरीब कल्याण का माध्यम बनेगा’

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा, ‘माई दंतेश्वरी की कृपा ही है जो रामायण काल से इस क्षेत्र को हराभरा रखने का काम आदिवासियों ने किया है। बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजन को धरातल पर उतारने के लिए सभी को बधाई देता हूं। बस्तर ओलंपिक में डेढ़ लाख बच्चे खेले हैं वह उन तक ही सीमित नहीं है,यह बस्तर के सभी सातों जिलों का यश गाथा बनेगा। यह आयोजन नक्सल बाद के ताबूत पर अंतिम कील ठोकेगा।’ (Home Minister Amit Shah)

उन्होंने आगे कहा, ‘मैं यकीन दिलाता हूं 2026 ओलंपिक में आऊंगा और कहूंगा कि बस्तर बदल गया है। यह आयोजन युवाओं को गलत रास्तों पर जाने से रोकेगा। आने वाले समय में यह आयोजन गरीब कल्याल का माध्यम बनने वाला है। इलाके में अंदर शांति-सुरक्षा-विश्वास नए कार्यों की नींव डालने का काम करेगा। गृह मंत्री ने कहा कि इस आयोजन से युवा भारत निर्माण से सीधे जुड़ेंगे। किसी भी खेल के आयोजन में आधे मेडल तो आदिवासी बच्चे ही जीतते हैं। उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ियों की टोली में एक टोली नक्सल छोड़ मुख्यधारा में लौटे उनकी टोली थी। अस्सी के दशक से बस्तर में पानी, बिजली, स्कूल नहीं था, भुखमरी थी, हॉस्पिटल जला दिए गए थे। हमारी सरकार ने गांव को बदलने का अभियान दिया है।’

Amit Shah in Chhattisgarh : ’31 मार्च 2026 से पहले छत्तीसगढ़ से खत्म होगा नक्सलवाद’, पुलिस कलर अवॉर्ड कार्यक्रम में बोले अमित शाह

‘नक्सलियों की मांद में जाकर काम कर रही सरकार’

अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि एक साल के भीतर नक्सलियों की मांद में जाकर सरकार काम कर रही है। इस दौरान गृहमंत्री ने नक्सलियों से मुख्यधारा में जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मैंने कई राज्यों का सरेंडर पॉलिसी देखा है, इनमें छत्तीसगढ़ की पॉलिसी सबसे बेहतर है। नियम नेल्ला नार योजना बस्तर के गांवों को स्वर्ग बना रही है, हर घर में बिजली और पानी पहुंच रहा है।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि सरकार हर व्यक्ति के नौकरी और व्यवसाय की चिंता कर रही है। साय सरकार ने
नक्सलियों खिलाफ सुरक्षा घेरा कड़ा कर उन्हें रोकने का काम किया है, जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया है उन्हें बसाने का काम सरकार ने किया है। शाह ने आगे कहा कि आज बस्तर में नागरिकों की मौत में 73 और
जनवों की शहद में 70 फीसदी कम हुई है।

बस्तर में आएंगे कश्मीर से ज्यादा टूरिस्ट

अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि यदि बस्तर में नक्सलवाद समाप्त होता है तो यहां कश्मीर से ज्यादा पर्यटक आएंगे। सरेंडर करने वाले नक्सली छोटे छोटे उद्योग, डेयरी प्रोजेक्ट जैसे क्षेत्र में काम करेंगे। शाह ने बताया कि तेंदूपत्ता के लिए आमूलचूल परिवर्तन करने का काम किया जा रहा है। जिन्होंने सरेंडर किए, जो दिव्यांग बने, जिनके परिजन मारे गए उनके लिए 15 हजार अतिरिक्त पीएम आवास स्वीकृत हुआ है।