इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में चोरी की बड़ी वारदात सामने आई है। यहां रियल एस्टेट कारोबारी अनीस मोहम्मद को खाने में बेहोशी की दवाई देकर उनके नेपाली नौकर ने अपने दोस्त के साथ मिलकर डेढ़ करोड़ की चोरी की और भाग गया। इसमें 75 लाख के जेवर, 19 लाख नकद, 10 लाख की घड़ियां और थार एसयूवी शामिल है। जानकारी के मुताबिक यह इंदौर की सबसे चोरी है। सूचना के बाद से तेजाजी नगर पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीमें बनाई गई हैं। (Indore Crime News)

घर में अकेला रहता है कारोबारी

कारोबारी ने पुलिस को बताया कि घर पर मैं अकेला रहता हूं। पत्नी महू और बेटा देहरादून में हॉस्टल में रहती है। मैंने सफेद रंग का एक बिल्ला (मेल कैट) पाल रखा है। ज्यादा देर अकेले रहने पर बिल्ला डिप्रेशन में आ जाता है। उसकी देखभाल घर की साफ-सफाई और मेरे खाने के इंतजाम के लिए नौकर की आवश्यकता थी। कारोबारी ने बताया कि इसके बाद उसने महू स्थित सिक्योरिटी एजेंसी के हेमंत पंवार से बात की और उन्होंने एक नेपाली नौकर दीपेश थापा को रखा था। (Indore Crime News)

निकाल ली थी सारी जानकारी

नौकर ने 14 दिन के भीतर ही कारोबारी की अलमारियों, लॉकर और तिजोरी के बारे में जानकारी निकाल ली थी। दीपेश 1 दिसंबर से ही काम कर रहा था। चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने एजेंसी संचालक को बताया कि वह अब वहां काम नहीं करेगा। एजेंसी के लोग अनीस के घर पहुंचे तो पूरा घर अस्त-व्यस्त था। अनीस बेहोश मिले। वह इतने नशे में थे कि उन्हें करीब 24 घंटे तक होश ही नहीं आया।

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पानी में फेंकी सीसीटीवी की डीवीआर

पुलिस के मुताबिक आरोपी यह पहले से ही जानता था कि पूरे घर में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं इसलिए उन्होंने फुटेज मिटाने के लिए डीवीआर बाल्टी में डाल दी। एक कैमरे में डीवीआर का कनेक्शन नहीं था, जिस वजह से पूरी वारदात उसमें कैद हो गई।

चक्कर आने पर नौकर ने बिजनेसमैन को सुलाया

बायपास के पास सिल्वर स्प्रिंग में रहने वाले कारोबारी अनीस ने पुलिस को बताया कि बिल्ले की देखभाल के साथ ही दीपेश घर के सारे काम करता था। गुरुवार को खाना खाने के बाद मुझे चक्कर आने लगे तो उसने मुझे बेडरूम में सुला दिया। फिर उन्होंने एक दोस्त को बुलाया। दोनों ने अलमारियां खंगाली फिर गार्ड्स को चकमा देकर थार लेकर भाग निकले।

जानकारी के मुताबिक जब आरोपी नौकर ने एजेंसी संचालको नौकरी छोड़ने की बात कही तो उसने अपने सेल्स हेड को अनीस के घर पहुंचाया। जहां अनीस को बेहोश पाकर वह उसे अस्पताल लेकर गया। जानकारी के मुताबिक अनीस को आरोपी दीपेश 4-5 दिन से बेहोशी की दवाई दे रहा था। जिसके बाद वह हर रोज 10 बजे सोकर उठते थे। वारदात के बाद वह 24 घंटे बाद होश में आए।