बीजापुर। लाल आतंक के खिलाफ छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों ने निर्णायक लड़ाई छेड़ दी है। इस साल में अब तक नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने बड़े अभियान चलाए गए हैं, जिसमें बड़ी संख्या में माओवादियों को मार गिराया है। वहीं, इस दौरान कई नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है। (Bijapur News)
अपने ऊपर लगातार हो रही इस कार्रवाई से नक्सली बौखला गए हैं और दहशत फैलाने के लिए ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं। ताजा मामला बीजापुर जिले के भैरमगढ़ थाना क्षेत्र का है। जहां शनिवार देर रात नक्सलियों ने युवक को किडनैप कर गला घोंटकर मार डाला। नक्सलियों ने युवक पर पुलिस की मुखबरी का आरोप लगाया है। (Bijapur News)
मृतक का नाम कामेश कुंजाम है वह जिले के डालेर गांव का रहने वाला था। मिली जानकारी के मुताबिक देर रात नक्सली कामेश के घर पहुंचे और उसे उठाकर जंगल में ले गए। नक्सलियों ने ग्रामीण को मुखबिरी करने के शक में मौत की सजा दी। नक्सलियों ने ग्रामीण की हत्या के बाद शव को चिहका टिन्डोडी जोडान रोड पर फेंक दिया। नक्सलियों ने घटनास्थल पर पर्चा भी छोड़ा है।
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भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने की हत्या
शव के ऊपर चिपके मिले पर्चे में भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। इसमें लिखा है कि ये नक्सलियों के खिलाफ पुलिस के लिए काम करता था, इसलिए इसे मौत के घाट उतारा गया। गांव के लोगों ने इस वारदात की जानकारी पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीण युवक की लाश को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा। वहीं, अज्ञात नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस वारदात के बाद से ही इलाके में डर व्याप्त है।
अब तक 1700 से ज्यादा आम लोगों की मौत
साल 2001 से लेकर अब तक नक्सलियों ने 1700 से ज्यादा आम नागरिकों की हत्या की है। इनमें केवल बीजापुर जिले में ही 783 लोग मारे गए हैं। IED ब्लास्ट, पुलिस मुखबिरी के शक में सबसे ज्यादा हत्याएं हुई हैं।