रायपुर। बुधवार (6 नवंबर) को छत्तीसगढ़ राज्योत्सव कार्यक्रम का समापन हुआ। समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज आदिवासियों को निशाना बनाया जा रहा है। आस्था के नाम पर धर्म परिवर्तन का घिनौना काम हो रहा है। हमें सतर्क रहने की जरूरत है, नहीं तो बहुत देर हो जाएगी। (Chhattisgarh Rajyotsav Samman 2024)
समापन कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल रमेन डेका और सीएम साय ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली 36 हस्तियों को सम्मानित किया। इसे लेकर उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्य के 36 लोगों का सम्मान अद्भुत है, इसे देख मुझे ऊर्जा मिली है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य के गठन के लिए पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी की प्रशंसा की। उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘अटल बिहारी वाजपेयी ने तीन राज्य छत्तीसगढ़,उत्तराखंड और झारखंड इस देश को भेंट किया। राजनीति में ऐसी सर्जरी की किसी को दर्द नहीं हुआ। किसी को पीड़ा नहीं हुई।’ (Chhattisgarh Rajyotsav Samman 2024)
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अंतिम सांसे गिन रहा नक्सलवाद – सीएम साय
कार्यक्रम में सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि सरकार आदिवासी क्षेत्रों में शांति स्थापित करने के लिए लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत कर रही है। छत्तीसगढ़ की भूमि में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। हम माओवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं। राज्य में नक्सलवाद अंतिम सांस गिन रहा रहा है। इसके साथ ही सीएम ने अगले साल राज्य की स्थापना की रजत जयंती मनाने की घोषणा की। महिला सशक्तिकरण पर सीएम ने कहा कि राज्य के भावी विकास में महिलाएं हमारी ताकत हैं। महतारी वंदन योजना से आर्थिक और सामाजिक रुप से सशक्त हो रही हैं। महिला सशक्तिकरण से प्रदेश का सशक्तिकरण कर पाएंगे। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा समेत अन्य लोग भी मौजूद थे।
ये हस्तियां हुईं राज्य अलंकरण से सम्मानित
- शहीद वीर नारायण सिंह स्मृति सम्मान (सामाजिक चेतना): बुटलू राम माथरा, नारायणपुर
- यति यतनलाल सम्मान (अहिंसा एवं गौरक्षा): मनोहर गौशाला, खैरागढ़
- मिनीमाता माता सम्मान (महिला उत्थान): सतनामी महिला जागृति समिति, दुर्ग
- गुंडाधुर सम्मान (खेल): छोटी मेहरा, पंडरिया
- गुरू घासीदास सम्मान (सामाजिक चेतना/दलित उत्थान) : राजेंद्र रंगीला
- ठाकुर प्यारेलाल सिंह पुरस्कार (सहकारिता): शशिकांत द्विवेदी, डोंगरगढ़
- महाराजा प्रवीरचंद भांजदेव (खेल तीरंदाजी): विकास कुमार, बिलासपुर
- पं. रविशंकर शुक्ल सम्मान (सामाजिक, शैक्षणिक): वनवासी कल्याण आश्रम, जशपुर
- पं. सुन्दरलाल शर्मा सम्मान (हिंदू साहित्य) : डॉ. सत्यभामा आडिल
- चक्रधर सम्मान (शास्त्रीय संगीत एवं नृत्य) : पं. सुधाकर रामभाऊ शेवलीकर
- दाऊ मंदराजी सम्मान (लोक नाट्य एवं लोक शिल्प) : पंडीराम मंडावी, नारायणपुर
- डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार (कृषि) : शिवकुमार चंद्रवंसी, कबीरधाम
- मधुकर खेल स्मृति पत्रकारिता (प्रिंट मीडिया अंग्रेजी): मुकेश एस सिंह, रायपुर
- दानवीर भामाशाह (दानशीलता): सुभाष चंद्र अग्रवाल, रायपुर
- किशोर साहू सम्मान (सिनेमा): प्रकाश अवस्थी, रायपुर
- किशोर साहू सम्मान ( हिंदी व छत्तीसगढ़ी सिनेमा में निर्देशन) : सतीश जैन, रायपुर
- देवदास बंजारे स्मृति पुरस्कार (लोककला): भगत गुलेरी
- लक्ष्मण मस्तुरिया सम्मान (छत्तीसगढ़ी लोकगीत): निर्मला ठाकुर बेलचंदन, रायपुर
- चंदूलाल चंद्राकर पत्रकारिता पुरस्कार : प्रिंट मीडिया के लिए भोलाराम सिन्हा और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए मोहन तिवारी।
- महाराजा अग्रसेन सम्मान (सामाजिक समरसता) : सियाराम अग्रवाल, रायपुर
- दानवीर भामाशाह सम्मान (दानशीलता, सौह्रार्द एवं अनुकरणीय सहायता) : सुभाष चंद्र अग्रवाल, रायपुर
- धन्वन्तरि सम्मान (आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा एवं शोध एवं अनुसंधान) : डॉ. मनोहर लाल लहेजा, रायपुर
- बिलाससादेवी केवट मतस्य विकास पुरस्कार (मछली पालन) : विनोद दास
- डॉ. भंवरसिंह पोर्ते आदिवासी सेवा सम्मान (आदिवासियों की सेवा और उत्थान) : छत्तीसगढ़ आदिवासी कल्याण संस्थान
- महाराजा रामानुज प्रताप सिंहदेव स्मृति श्रम यशस्वी पुरस्कार (श्रम) : सुरेंद्र कुमार राठौर, कोरबा
शोभा सिंह, दुर्ग, ललित कुमार नायक, जिला दुर्ग - पं. लखनलाल मिश्र सम्मान (अपराध अनुसंधान) : रामनरेयश यादव, बिलासपुर
- छत्तीसगढ़ अप्रवासी भारतीय सम्मान (देश के बाहर अप्रवासी भारतीय द्वारा सामाजिक कल्याण, साहित्य, मानव साहित्य, मानव संसाधन, निकाय अथवा आर्थिक) : आनंद कुमार पांडे न्यूयार्क
- देवदास बंजारे स्मृति सम्मान (लोककला) : भगत गुलेरी, जांजगीर-चापा
- खुमान साव सम्मान (छत्तीसगढ़ी लोक संगीत) : दुष्यंत कुमार हरमुख, दुर्ग
- लाला जगदलपुरी साहित्य पुरस्कार (आंचलिक साहित्य एवं लोक कविता) : पीसी लाल यादव, छुईखदान
- बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान (लॉ) : सुरेंद्र तिवारी (बिलासपुर), प्रकाश चंद पंत (कांकेर)
- वीरांगना रानी अवंतिबाई लोधी स्मृति सम्मान (महिलाओं में वीरता, शौर्य, साहस तथा आत्मबल को सशक्त) : अदिती कश्यप, कबीरधाम
- माता बहादुर कलारिन सम्मान (महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष, नारी उत्थान) : चित्रलेखा सिन्हा, दुर्ग
- पं. माधवराव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मकता सम्मान (रचनात्मक लेखन और हिंदी भाषा) : अतुल जैन
- बिसाहूदास महंत सर्वेश्रेष्ठ बुनकर पुरस्कार (बुनकर) : पन्नालाला देवांगन, बडोरी लाल देवांगन (सक्ती)
- राजराजेश्वरी करुणामाता हाथकरघा प्रोत्साहन पुरस्कार (बुनकर) : सत्यनारायण देवांगन (सक्ती) और अरूण मेहर (बिलाईगढ़)