रायपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख की पत्नी और बेटी की हत्या केस में विष्णुदेव साय सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। मामले के मुख्य आरोपी कुलदीप साहू के अवैध निर्माण पर सोमवार को बुलडोजर कार्रवाई की गई। बता दें कि मामले के मुख्य आरोपी कुलदीप साहू, उसके पिता और चाचा को सूरजपुर में 6 जगहों पर अवैध निर्माण के लिए नगर पालिका ने 15 अक्टूबर को नोटिस दिया था। (Surajpur Double Murder Case)

इस नोटिस में कहा गया कि आपने नगर पालिका से परमिशन लिए बगैर निर्माण कार्य किया है, जो छत्तीसगढ़ नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 187 (क) का उल्लंघन है। इस हटा लें वरना प्रशासन बेदखली की कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगा। जिसके बाद आज यानी सोमवार तड़के सुबह नगरपालिका और जिला प्रशासन की टीम बुलडोजर और पुलिस बल के साथ पहुंची और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की।

सूरजपुर तहसीलदार समीर शर्मा ने बताया कि मुख्य आरोपी के तीन और कब्जों को चिन्हित किया गया गया है, जहां बुलडोजर चलाया जाएगा। कुलदीप साहू के परिवार से जुड़े मकानों को फिलहाल नहीं तोड़ा जाएगा। अवैध कब्जों को हटाया जा रहा है।

प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई के लिए रविवार की रात तीन टीमों का गठन किया गया था। जिन्होंने पुराना बस स्टैंड स्थित गोदाम, रिंग रोड स्थित दो गोदामों और निर्माणाधीन दुकानों को तोड़ा। (Surajpur Double Murder Case)

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क्या है मामला?

13 अक्टूबर को कुलदीप साहू ने अपने दो साथियों जिसमें एनएसयूआई जिलाध्यक्ष सीके चौधरी भी शामिल थे, के साथ मिलकर कोतवाली में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख के घर जाकर उनकी पत्नी और बेटी की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद आऱोपियों ने उनके शवों को 5 किलोमीटर दूर खेत में फेंक दिया था।

हत्याकांड के सामने आने के बाद आक्रोशित भीड़ ने कुलदीप साहू के घर और अन्य संपत्ति को आग के हवाले कर दिया था। इसके साथ ही आरोपी को संरक्षण देने के आऱोप में सूरजपुर के एसएसपी एमआर आहिरे को हटा दिया गया था। इसके साथ ही मामले की तह तक पहुंचने के लिए एएसपी मोनिका ठाकुर और बलरामपुर के एसडीओपी एमानुएल लकड़ा के नेतृत्व में एक टीम का गठन भी किया गया था, जिसने जांच पूरी कर ली है।