नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों को दीवाली गिफ्ट देते हुए गेहूं समेत रबी की 6 फसलों पर एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) बढ़ा दी है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। बता दें कि रबी फसल की अक्टूबर से लेकर नवंबर के पहले सप्ताह तक की जाती है। इनकी कटाई गर्मी के सीजन यानी मार्च-अप्रैल में होती है। (MSP Price Hike)
इन फसलों की बढ़ी MSP
मीटिंग के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 2025-26 के रबी विपणन सीजन में 6 फसलों के लिए एमएसपी अधिसूचित किया है। ये फसले हैं – गेहूं, जौ, चना, मसूर, सरसों-तिलहन और कुसुम। इनमें सरसों-तिलहन की एमएसपी में सबसे ज्यादा 300 रुपये का इजाफा हुआ है। वहीं गेहूं में 150 और चना में 120 रुपये प्रति क्वंटल की बढ़ोतरी की गई है। (MSP Price Hike)
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गेंहू की एमएसपी 150 रुपये बढ़ाकर 2,425 रुपये, जौ की 130 रुपये बढ़ाकर 1980 रुपये, चना की 210 रुपये बढ़ाकर 5650 रुपये, मसूर की 275 रुपये बढ़ाकर 6425 रुपये, सरसों-तिलहन 300 रुपये बढ़ाकर 5950 रुपये और कुसुम की 140 रुपये बढ़ाकर 5940 रुपये प्रति क्वंटल कर दी गई है।
बता दें कि एमएसपी (मिनिमम सपोर्ट प्राइस) वो गारंटीड पाइस है जो किसानों को उनकी फसल पर मिलता है। भले ही उसकी कीमत बाजार में कम ही क्यों न हो। सरकार उनकी फसल को इसी मूल्य पर ही खरीदेगी। सरकार हर सीजन से पहले कमीशन फॉर एग्रीकल्चर कॉस्ट एंड प्राइसेस की सिफारिश पर एमएसपी डिसाइड करती है। अभी 7 अनाज, 5 दाल, 7 तिलहन और 4 व्यावसायिक फसलें मिलाकर कुल 23 फसलें एमएसपी में शामिल होती हैं।
कर्मचारियों के डीए में इजाफा
मोटी कैबिनेट की बैठक में केंद्रीय कर्मचारियों को मिलने वाले डीए में 3 फीसदी की बढ़ोतरी भी की है। जिसके बाद यह 50 से बढ़कर 53 फीसदी हो गया है। बढ़ा हुई सैलरी 1 जुलाई से लागू होगी। बता दें कि लंबे समय से 1 करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनर्स डीए में इजाफा होने का इंतजार कर रहे थे।