भोपाल। पश्चिमी मध्यप्रदेश से मानसून की विदाई हो गई है। भोपाल-इंदौर समेत यहां के 28 जिलों में तेज धूप निकल रही है, जिससे दिन का तापमान बढ़ गया है। हालांकि पूर्वी हिस्से में अभी हल्की-मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक 4 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया सक्रिय हो गया है। वहीं, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव है। इस वजह से पूर्वी हिस्से में हल्की बारिश हो सकती है। (MP Monsoon Update)

ससुराल वालों ने महिला को रखा 16 साल से कैद, शादी के दो साल बाद से ही नहीं मिल सके थे मायके वाले, पिता की शिकायत पर पुलिस ने …

10 अक्टूबर तक लेगा विदाई

वहीं 3-4 दिन में लो प्रेशर एरिया सिस्टम के लौटने के बाद प्रदेश के पूर्वी हिस्से से भी मानसून की विदाई हो जाएगी। अभी सिस्टम के एक्टिव होने की वजह से 8-9 अक्टूबर तक मंडला, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, डिंडौरी और अनूपपुर समेत पूर्वी मध्यप्रदेश के अन्य जिलों में बूंदाबांदी और गरज-चमक की स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग ने रविवार को पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने की भविष्यवाणी की है। (MP Monsoon Update)

अभी तक राज्य के ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, श्योपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगर, शाजापुर, भोपाल, सीहोर, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, इंदौर, खरगोन, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, सागर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना जिले से मानसून विदा हो चुका है।

इस दिन से बढ़ेगी ठंड

मानसून की विदाई के करीब 10 दिन बाद यानी 20 अक्टूबर से प्रदेश के कई इलाकों में ठंडक बढ़ेगी। विभाग के मुताबिक इस दौरान रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच सकता है। वहीं, दिन का पारा 30 से 34 डिग्री के बीच रहेगा। महीने के आखिरी दिनों से दिन का तापमान भी गिरने लगेगा। यानी दिवाली के समय ठंड का असर बढ़ जाएगा।

मानसून रहा मेहरबान

इस बार मध्यप्रदेश पर मानसून मेहरबान रहा है। अब तक राज्य में 44.1 इंच बारिश हुई है जो कि सामान्य (37.3 इंच) से 6.8 इंच ज्यादा है। सबसे ज्यादा बारिश जबलपुर संभाग में हुई। वहीं जिले में मंडला सबसे ज्यादा भीगा। यहां 61 इंच बारिश हुई।

वहीं इस सीजन हुई अच्छी बारिश से राज्य के 200 डैम लबालब हो गए। बरगी, बाणगंगा, ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर, तवा, कलियासोत, केरवा, भदभदा समेत कई डैम ऐसे हैं, जिनमें पानी की आवक अभी भी जारी है। इनमें से कई डैमों के गेट तो मानसून सीजन में 5 से 10 बार तक खोले गए हैं।