उमरिया। बिरसिंहपुर पाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे माता-पिता अपने 7 वर्षीय बेटे की जान सिर्फ इसलिए नहीं बचा पाए क्योंकि डॉक्टर साहब ड्यूटी के दौरान अस्पताल में मौजूद नहीं थे। जब परिजनों ने डॉक्टर को फोन किया और उनको बार-बार बच्चे की जान की दुहाई दी, उसके बावजूद भी डॉक्टर साहब नहीं पसीजे। जिसका परिणाम 7 वर्षीय बच्चे को अपनी जान गंवाकर भुगतना पड़ा।(Umariya News)
समय से ड्यूटी पर नहीं पहुंचे थे डॉक्टर
दरअसल, जिले के नौरोजाबाद थाना अंतर्गत गांव रहठा निवासी केशलाल अपने 7 वर्षीय बेटे रविंद्र प्रसाद कोल उर्फ आर्यन का उपचार कराने अस्पताल पहुंचे थे। जहां ड्यूटी पर कोई भी डॉक्टर मौके पर मौजूद नहीं था। जिसके बाद स्वजनों ने जब ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ से पता किया तो उन्हें बताया गया कि डॉक्टर नितेश कुमार जोशी की ड्यूटी है।(Umariya News)
परिजनों ने डॉक्टर को फोन लगाकर आने को कहा
जिसके बाद परिजनों ने स्टाफ से डॉक्टर का नंबर मांगकर उन्हें फोन लगाया तो डॉक्टर ने थोड़ा रुककर आने को कहा कहा । जिसके बाद कुछ स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र के बगल में निवासरत डॉक्टर शुभम को बुलाया तब तक बच्चे ने दम तोड़ दिया।(Umariya News)
बच्चे की मौत के बाद अस्पताल पहुंचे डॉक्टर
जब बच्चे की मौत हो गई तो उसके बाद डॉक्टर नितेश कुमार जोशी ड्यूटी पर पहुंचे। हालांकि यह कोई नया मामला नहीं है। पाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। बताया जा रहा है कि बिरसिंहपुर पाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉक्टर वीके जैन इन दिनों छुट्टियों पर हैं। इसलिए खंड चिकित्सा अधिकारी के दायित्व पर डॉ. नितेश जोशी ही हैं।(Umariya News)
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‘जांच कर कार्रवाई की जाएगी’
मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एसबी चौधरी ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।