रायपुर। CGPSC घोटाले को लेकर राज्य में चल रही छापेमारी पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि जिन लोगों ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। अब वो बख्शे नहीं जाएंगे। इससे राज्य की छवि धूमिल हुई है। साथ ही युवाओं का पूरा भविष्य खराब किया गया है।(CM on CGPSC)

‘पीएससी घोटाले की तह तक जाएगी सरकार’

सीएम साय ने लिखा कि, सुशासन सरकार पीएससी घोटाले की तह तक जाएगी। जिन लोगों ने युवाओं के साथ खिलवाड़ किया है, उनतो सज़ा जरूर मिलेगी और युवाओं के साथ न्याय होकर रहेगा।(CM on CGPSC)

‘पिछली कांग्रेस की सरकार ने पीएससी को बदनाम किया’

उन्होंने आगे लिखा कि, ”छत्तीसगढ़ की पिछली कांग्रेस सरकार ने पीएससी जैसी स्वच्छ छवि वाले संस्थान में घोटाला कर उसे बदनाम किया है। प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। अब सुशासन की सरकार में घोटाले की तह तक जांच हो रही है,कोई भी भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा, युवाओं को न्याय मिलकर रहेगा।”(CM on CGPSC)

‘कांग्रेस के दो नेताओं के घर पर हुई छापेमारी’

दरअसल, पीएससी घोटाले को लेकर कांग्रेस के दो बड़े नेताओं के घर पर आज छापेमारी हुई है। जिसमें बिलासपुर के बड़े कांग्रेसी नेता राजेंद्र शुक्ला के घर पर छापामार कार्रवाई की गई। प्राथमिक सूचना के मुताबिक बिलासपुर में जिस कांग्रेस नेता के घर छापेमारी की गई है उनके बेटे और बेटी दोनों 2021 में पीएससी से अधिकारी बने थे। इसमें गड़बड़ी की आशंका थी, जिसके तहत छापामार कार्रवाई की गई है।(CM on CGPSC)

भिलाई में भी सीबीआई ने खंगाली फाइलें

वहीं भिलाई में पूर्व आईएएस के ठिकानों पर भी सीबीआई फाइलें खंगाल रही है। जबकि धमतरी में सीजीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी के घर पर रेड पड़ी।(CM on CGPSC)

कई जगहों पर सीबीआई ने की थी छापेमारी

सीबीआई ने कथित भर्ती घोटाले को लेकर धमतरी, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर जिलों में एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर तलाशी शुरू की। पिछले महीने सीबीआई ने 2020-2022 के दौरान छत्तीसगढ़ पीएससी के माध्यम से डिप्टी कलेक्टरों, पुलिस उपाधीक्षकों और अन्य वरिष्ठ सरकारी पदों के चयन में कथित पक्षपात के लिए राज्य में दर्ज दो मामलों की जांच अपने हाथ में ली थी।(CM on CGPSC)

पद के दुरुपयोग का आरोप

दोनों मामलों के मुताबिक तत्कालीन सीजीपीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, पूर्व सचिव जीवन किशोर ध्रुव, तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक और कई लोक सेवकों और राजनेताओं ने अपने बच्चों, रिश्तेदारों और परिचितों को भर्ती कराने के लिए अपने पदों का दुरुपयोग किया।(CM on CGPSC)

CGPSC के पूर्व चेयरमैन सोनवानी की भांजी सुनीता के घर CBI की रेड, श्रम अधिकारी के पद पर हुआ था सिलेक्शन

पीएम मोदी ने जांच करवाने का किया था वादा

बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य शीर्ष बीजेपी नेताओं ने पिछले साल विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कथित भर्ती घोटाले को लेकर तत्कालीन सत्तारूढ़ कांग्रेस पर निशाना साधा था,साथ ही साथ सत्ता में आने के बाद जांच कराने का वादा किया था।